तीसरी लाइन: रेलवे बोर्ड को भेजी डोमिनगढ़-खलीलाबाद की डीपीआर, आने-जाने वाली ट्रेनों का नहीं थमेगी रफ्तार

Update: 2023-11-22 10:54 GMT

डोमिनगढ़ से खलीलाबाद के बीच तीसरी लाइन का डीपीआर तैयार हो गई है। इसे मंजूरी के लिए रेलवे बोर्ड को भेजा गया है। इसके अलावा कुसम्ही से बैतालपुर तक सर्वे का भी कार्य पूरा हो गया है। इस खंड की संशोधित डीपीआर बनाई जा रही है। खलीलाबाद से बैतालपुर तक करीब 82 किलोमीटर लंबी इस तीसरी लाइन का निर्माण पूरा होने पर लखनऊ और बिहार व वाराणसी की तरफ से आने-जाने वाली ट्रेनों को आउटर पर नहीं रुकना पड़ेगा। इससे ट्रेनों के संचालन समय में सुधार आएगा।

छपरा-लखनऊ वाया गोरखपुर रूट पर 60 मालगाड़ी और करीब 150 ट्रेनें नियमित तौर पर चलती हैं। गोरखपुर जंक्शन पर आने-जाने वाली ट्रेनों को कभी डोमिनगढ़ पर तो कभी कैंट स्टेशन पर खड़ा होना पड़ता है। दो साल पहले डोमिनगढ़ से कुसम्ही तक तीसरी लाइन बिछाने का प्रस्ताव दिया गया था। मंजूरी मिलने के बाद इस साल काम शुरू हुआ। इस दौरान भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए इस तीसरी लाइन को पश्चिम में खलीलाबाद स्टेशन और पूर्व में बैतालपुर स्टेशन तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया।

कुसम्ही से बैतालपुर तक का हिस्सा वाराणसी डिवीजन में है, जबकि डोमिनगढ़ से खलीलाबाद तक लखनऊ डिवीजन में। इन खंडों पर अलग-अलग फेज में काम किया जाना है। डोमिनगढ़ से खलीलाबाद तक 30 किलोमीटर तक तीसरी लाइन के लिए डीपीआर बन चुका है, जिसे मंजूरी के लिए रेलवे बोर्ड को भेजा गया है। वहीं कुसम्ही से बैतालपुर तक 29.7 किमी लाइन है, जिस पर सर्वे के बाद अब डीपीआर बन रही है।


डोमिनगढ़ से गोरखपुर के बीच बिछ रही है तीसरी लाइन

कैंट-कुसम्ही के बीच तीसरी लाइन का काम पूरा होने के बाद अगला कार्य अब डोमिनगढ़ से गोरखपुर जंक्शन के बीच चल रहा है। गोरखनाथ ओवरब्रिज तक लाइन बिछाने का कार्य तेजी से चल रहा है। इस कार्य के पूरा होने के बाद गोरखपुर जंक्शन से कैंट के बीच लाइन बिछाई जाएगी। जनवरी में इसके लिए इंटरलाकिंग कार्य होने की संभावना है। इसी के साथ गोरखपुर स्टेशन पर सिग्नल सिस्टम को भी अपग्रेड किया जा रहा है। तीसरी लाइन का कार्य पूरा होने के साथ ही इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग सिस्टम भी शुरू हो जाएगा। इसके बाद कंप्यूटर स्क्रीन पर ही ट्रेनों को लाइन क्लीयर दिया जा सकेगा।

सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने कहा कि डोमिनगढ़-खलीलाबाद तीसरी लाइन का सर्वे पूरा हो चुका है। इसका डीपीआर भी तैयार हो गया है। इसे स्वीकृति के लिए रेलवे बोर्ड को भेजा जाएगा। डोमिनगढ़ से कुसम्ही के लिए तीसरी लाइन का कार्य प्रगति पर है, जिसमें से कुसम्ही से गोरखपुर कैंट तक का काम पूरा हो चुका है।

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