'सर्वेक्षण के दौरान न तो कोई खुदाई होगी, न ही किसी दीवार को छुआ जाएगा', ज्ञानवापी मामले पर मुस्लिम पक्ष की याचिका पर SC की टिप्पणी

Update: 2023-08-04 10:30 GMT

ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के लिए आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण है. ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में एएसआई के वैज्ञानिक सर्वेक्षण पर सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ने एएसआई के हलफनामे पर ध्यान दिया कि वे अपने सर्वेक्षण के दौरान कोई खुदाई नहीं कर रहे हैं और दीवार आदि के किसी भी हिस्से को नहीं छुआ है।

मुस्लिम पक्ष की क्या है याचिका?

ज्ञानवापी मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ मुस्लिम पक्ष की एसएलपी यानी विशेष अनुमति याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई है. मामले में मुस्लिम पक्ष यानी अंजुमन इंतजामिया ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट से सर्वे रोकने की गुहार लगाई थी और याचिका पर जल्द सुनवाई करने की अपील की थी.

पिछले दस दिनों से ज्ञानवापी में सर्वे बंद है। एएसआई की 43 सदस्यीय टीम 24 जुलाई को सर्वे के लिए पहुंची थी. सुबह सात बजे सर्वे शुरू भी हो गया था, लेकिन दोपहर करीब साढ़े 12 बजे सर्वे पर रोक लगाने का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया. उस दिन से लेकर अब तक पहले सुप्रीम कोर्ट और फिर इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश पर ज्ञानवापी में सर्वे का काम 10 दिनों के लिए रोक दिया गया था.

ज्ञानवापी में ASI सर्वे शुरू

ज्ञानवापी परिसर में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम द्वारा सर्वेक्षण शुरू हो गया है। ज्ञानवापी में सर्वे के मद्देनजर जिले का पुलिस और प्रशासनिक महकमा हाई अलर्ट पर है. पुलिस ने ज्ञानवापी परिसर के पास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है. इसके साथ ही वाराणसी में भी हाई अलर्ट है।

एएसआई ने सर्वे रिपोर्ट के लिए 4 हफ्ते का समय मांगा

जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में दायर आवेदन में कहा गया है कि हाइकोर्ट में सुनवाई लंबित रहने और सर्वे पर रोक के कारण सर्वे का कार्य पूरा नहीं हो सका है. 3 अगस्त को हाई कोर्ट ने रोक हटाते हुए सर्वे जारी रखने का आदेश पारित किया है.

एएसआइ की ओर से केंद्र सरकार के अधिवक्ता अमित कुमार श्रीवास्तव व शंभू शरण सिंह ने कोर्ट में आवेदन दिया. इस प्रार्थना पत्र की प्रति मंदिर व मस्जिद पक्ष के अधिवक्ताओं को दी गई।

ज्ञानवापी में जीपीआर तकनीक से सर्वे हो रहा है

ज्ञानवापी में सर्वे ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) तकनीक से हो रहा है। ये तकनीक बेहद खास है. इसमें जमीन खोदे बिना 10 मीटर गहराई तक धातु और अन्य संरचनाओं की जानकारी मिलती है।

सर्वे पूरा होने में कितने दिन लगेंगे?

हिंदू पक्ष की ओर से वकील सुधीर त्रिपाठी ने कहा कि सर्वे पूरा करने में कितने दिन लगेंगे ये तो ASI ही बता सकती है. अयोध्या में राम मंदिर का सर्वे पूरा होने में 7-8 महीने लग गए. ऐसे में अब सर्वे की तय सीमा तो एएसआई ही बता सकती है।

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