सराफा बाजार में रौनक : हर दिन 18 से 20 करोड़ के व्यापार की उम्मीद, सोने का करवा व हीरे का मंगलसूत्र बनी पसंद

Update: 2023-10-31 07:44 GMT

करवाचौथ एक नवंबर को है लेकिन नवरात्र से ही खरीदारी शुरू हो गई थी। लखनऊ सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष रवीन्द्र नाथ रस्तोगी व उपाध्यक्ष आदिश जैन का कहना है कि गत वर्ष 15 करोड़ रुपये प्रतिदिन का औसत कारोबार रहा था। इस साल 18 से 20 करोड़ रुपये प्रतिदिन अनुमानित है। अब नई पीढ़ी की पसंद के हिसाब से जेवर तैयार किए जा रहे हैं। कारोबारियों का कहना है कि महिलाएं तो खरीदारी कर ही रही हैं, पुरुष भी पत्नियों के लिए खरीदारी कर रहे हैं। किसी को पत्नी के लिए हीरे का मंगलसूत्र पसंद आ रहा है तो कोई सास अपनी बहू के लिए दो लाख रुपये का करवा खरीदेगी।


एक से डेढ़ लाख में सेट, हीरे के मंगलसूत्र का संग्रह

जुगल किशोर द ज्वैलर्स के निलय रस्तोगी कहते हैं कि इन दिनों एक किलो सोना खरीदने तक की स्कीम चल रही है। कम वजन के एंटीक जेवर 15 से 20 ग्राम के हैं, पर देखने में 30 से 40 ग्राम तक के लगते हैं और एक से डेढ़ लाख रुपये तक में उपलब्ध भी हैं। खास है कि हीरे के मंगलसूत्र, जिसमें फ्यूजन मिलेगा। एक पुरानी कला है थेलवा, इसे नए रूप में सामने लाने की कोशिश की है, हाथ की कला और मीनाकारी का अद्भुत संगम है गहनों में।


नई पीढ़ी को चाहिए हल्का जेवर, हीरे में निवेश बढ़ रहा

जुगल किशोर बाई राजन रस्तोगी ज्वैलर्स के राघव रस्तोगी कहते हैं कि सोने की कीमतें तो हर रोज बढ़ रही हैं। इसके बावजूद ग्राहक हैं, ट्रेंड की बात करें तो हर साल नए ग्राहकों में करवाचौथ की खरीदारी करने वालों में 25 से 40 साल की आयुवर्ग के ग्राहक बढ़ जाते हैं। 80 फीसदी महिलाएं कामकाजी हैं, इन्हें हल्के और दिखने में नजाकत से भरपूर जेवर चाहिए। इसे देखते हुए टेंपल ज्वैलरी का संग्रह है, जो हल्के वजन वाले होते हैं। हीरे में निवेश तभी लाभदायक है जब उच्च क्वालिटी का हीरा हो। इसमें लोगों का रुझान बढ़ा है।

तीस ग्राम का करवा कर रहा आकर्षित

चौक में सराफा कारोबारी सिद्धार्थ जैन कहते हैं कि दो लाख रुपये का करवा तैयार है। नई नवेली दुल्हन के लिए मां या सास ऐसे करवा की बुकिंग करवाती हैं। इसका वजन लगभग 30 ग्राम है और कीमत दो लाख रुपये के करीब। आलमबाग सराफा के रामकुमार वर्मा, श्रुति केसरवानी, महानगर से शालिनी अग्रवाल कहती हैं कि सोने की कीमत ज्यादा बढ़ने के डर से भी लोग खरीदारी कर रहे हैं।

सर्वार्थ सिद्धि व शिव संयोग

ज्योतिषाचार्य एसएस नागपाल कहते हैं कि कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 31 अक्तूबर मंगलवार की रात 9:19 बजे से हो रही है। अगले दिन रात 9:19 बजे तक रहेगा चतुर्थी का मान। उदया तिथि और चंद्रोदय के समय को देखते हुए करवाचौथ का व्रत बुधवार को रखा जाएगा। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि और शिव योग का संयोग बन रहा है। पूजा का मुहूर्त शाम 5:24 बजे से 6:41 बजे तक है। चंद्रोदय का समय रात 8:05 बजे है।

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