मकान का लेंटर गिरा, चार लोगों की मौत, मरने वालों में पति-पत्नी और दो बच्चे शामिल

Update: 2023-07-19 07:09 GMT

बुलंदशहर जिले में कई दिनों से हो रही बारिश के कारण नरसेना थाना क्षेत्र के गांव मवई में बुधवार सुबह एक मकान के पुराने खंभे जमीन में धंस गए। इससे दो दिन पहले दूसरी मंजिल पर डाला गया लैंटर गिर गया, जिससे मकान की दोनों मंजिलें जमीन पर आ गिरीं. मलबे में दबकर दंपत्ति और उनके दो बेटों की मौत हो गई। जबकि मकान के पिछले हिस्से में फंसे पांच मासूमों, तीन महिलाओं और नौ लोगों को लेंटर के जाल काटने वाले कटर की मदद से मलबे से बाहर निकाला गया।सूचना पर जिलाधिकारी सीपी सिंह और एसएसपी श्लोक कुमार मौके पर पहुंचे और मृतक के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक मदद समेत हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

फर्स्ट फ्लोर पर पुराना लेंटर था

नरसेना थाना क्षेत्र के गांव मवई निवासी हरचरन (55) पुत्र राजपाल सिंह ने सोमवार को मकान के दूसरी ओर लेंटर डाला था। जबकि पहली मंजिल पर बना मकान करीब 40 साल पुराना है और इसके पिलर में पानी भरा हुआ है। बुधवार की सुबह 2:48 बजे ऊपरी मंजिल का निर्माणाधीन लेंटर पीलर जमीन में धंसने के बाद पहली मंजिल के लेंटर पर गिर गया। कुछ ही पल में पहली मंजिल का लेंटर का आधा हिस्सा टूटकर जमीन पर गिर गया। इसके तहत बरामदे में सो रहे (55) राजपाल सिंह पुत्र हरचरन, (51) सुनीता पत्नी राजपाल, (24) कुलदीप और (21) धर्मेंद्र पुत्र राजपाल मलबे में दब गये।

आवाज सुनकर लोग पहुंच गए

लेंटर गिरने की आवाज से ग्रामीण मौके पर पहुंचे और मलबा हटाकर धर्मेंद्र और कुलदीप के शवों को बाहर निकाला। सूचना पर पहुंची पुलिस और दमकल विभाग की टीम ने जेसीबी से मलबा हटाकर राजपाल और उसकी पत्नी सुनीता के शव बाहर निकाले। जिला मजिस्ट्रेट सीपी सिंह ने चारों की मौत की पुष्टि की है. पुलिस ने शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. वहीं, राजपाल का पोता (07) रिंकू पुत्र मनोज घायल हो गया।

लेंटर का जाल कटने से नौ जिंदगियां बच गईं


राजपाल के चार बेटे मनोज कुमार, कुलदीप, डालचंद उर्फ डब्बू और धर्मेंद्र हैं। मनोज और डालचंद उर्फ उब्बू की शादी हो चुकी है। डालचंद अपनी पत्नी छोटी और मनोज की पत्नी बबीता, बच्चे लबिश, यागीता, कार्तिक, रिंकू और हितेश के साथ और डालचंद की भाभी प्रवेश देवी भी कई दिनों से घर पर आई हुई थीं। घर के पिछले हिस्से में सभी लोग सो रहे थे. मंगलवार की रात को मनोज खेतों पर गया और वहीं सो गया.

नौ को मामूली चोट

मकान का अगला हिस्सा ढहने से हुए विस्फोट की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और पिछले हिस्से में फंसे लोगों को बचाने के लिए अभियान चलाया. लेंटर का जाल कटने से डालचंद और तीन महिलाएं व पांच बच्चे बच गए। मलबे में दबकर नौ लोग मामूली रूप से घायल हो गये। जिन्हें प्राथमिक इलाज के लिए सीएचसी में भर्ती कराया गया है। जिन्हें प्राथमिक इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है.

मृतक आश्रितों की हर संभव मदद : जिलाधिकारी

मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी सीपी सिंह ने पुलिस और प्रशासन की टीम को मौके पर बुलाकर बचाव कार्य शुरू कराया. बताया कि इस घटना में एक महिला समेत चार लोगों की मौत हो गयी है. उन्होंने कहा कि मृतकों के आश्रितों को क्षतिग्रस्त मकान के निर्माण के लिए चार-चार लाख रुपये और सरकार की ओर से आर्थिक मदद दी जायेगी.|

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