लोनी विधायक कार्यालय में विरोध: छेड़छाड़ मामले में कार्रवाई न होने पर प्रदर्शन
गाजियाबाद। लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र की एक कॉलोनी में जन्मदिन पार्टी के दौरान हुई मारपीट के मामले में एक पक्ष ने महिलाओं के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। जब मामले में कार्रवाई नहीं की गई, तो कुछ महिलाएं और पुरुष लोनी विधायक के कार्यालय पहुंचे और घेराव किया। उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए।
कार्यालय पहुंची महिलाओं ने बताया कि भाजपा की एक पदाधिकारी के साथ छेड़छाड़ हुई थी और विरोध करने पर दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा मारपीट और पथराव किया गया। पुलिस द्वारा सुनवाई नहीं होने पर वे विधायक के कार्यालय पहुंची। वहां उन्होंने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर और एसीपी द्वारा जारी वीडियो को झूठा बताया। महिला भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि उनके साथ छेड़छाड़ की गई, उनके पति का सिर फोड़ा गया और पथराव किया गया। लेकिन पुलिस ने उनकी बात नहीं सुनी और उल्टा उनकी घटना को अन्य घटना से जोड़कर लीपापोती करने की कोशिश की। उन्होंने मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
विधायक ने कहा कि उन्हें पीड़ा है कि उनके कहने के बावजूद इस मामले में न्याय नहीं किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि एसीपी दबाव में आकर गलत बयानी कर रहे हैं। विधायक ने कहा-आज गाजियाबाद जल रहा है और कमिश्नर बांसुरी बजा रहे हैं। 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान को पलीता लगाया जा रहा है। महिलाओं से छेड़छाड़, गौहत्या, सट्टा, प्रदूषण माफियाओं के साथ सांठगांठ, बलात्कार मामलों में लीपापोती जैसी घटनाएं रोज अखबारों की सुर्खियां बन रही हैं। लोनी से लेकर पूरा गाजियाबाद त्राहि-त्राहि कर रहा है। मुख्यमंत्री को लखनऊ में बैठे दो अधिकारी गलत जानकारी दे रहे हैं, क्योंकि यहां के उच्च अधिकारियों द्वारा वहां तक मोटा सुविधाशुल्क पहुंचाया जा रहा है।