साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर तक जल्द शुरू होगी नमो भारत ट्रेन
- नोएडा जाने वाले लोगों को मिलेगी राहत लोग कम समय में तय कर सकेंगे सफर
गाजियाबाद। नमो भारत ट्रेन के न्यू अशोक नगर तक चलने से गाजियाबाद के लोगों को नोएडा जाने में राहत मिलेगी। वे अब कम समय में नोएडा पहुंच सकेंगे। नमो भारत ट्रेन, रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) के तहत, साहिबाबाद स्टेशन से मेरठ दक्षिण स्टेशन तक चल रही है। अब इस ट्रेन को साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर तक चलाया जाएगा। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने इसके उद्घाटन की तैयारी पूरी कर ली है।
नमो भारत ट्रेन के न्यू अशोक नगर तक चलने से गाजियाबाद के लोगों को काफी राहत मिलेगी, खासकर उन यात्रियों को जो नोएडा आने-जाने के लिए यात्रा करते हैं। वर्तमान में, गाजियाबाद से नोएडा जाने के लिए यात्रियों को वैशाली स्टेशन से मेट्रो में सफर करना पड़ता है।
यात्री वैशाली से कौशांबी, आनंद विहार, कड़कड़डूमा, प्रीत विहार, निर्माण विहार, लक्ष्मीनगर होते हुए यमुना बैंक स्टेशन पर उतरते हैं। यहां से नोएडा जाने वाली मेट्रो पकड़कर वे अक्षरधाम, मयूर विहार-एक, मयूर विहार विस्तार और न्यू अशोक नगर होते हुए नोएडा पहुंचते हैं। इस यात्रा में करीब 30 से 35 मिनट का समय लगता है। अब नमो भारत ट्रेन के न्यू अशोक नगर तक चलने से यात्रियों को सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी और वे मेट्रो से नोएडा पहुंच सकेंगे, जिससे उनका समय बचेगा।
54 किलोमीटर तक चलेगी
नमो भारत ट्रेन वर्तमान में साहिबाबाद से मेरठ दक्षिण के बीच 42 किलोमीटर के खंड में चल रही है। अब साहिबाबाद से आनंद विहार और न्यू अशोक नगर स्टेशन तक ट्रेन चलने लगेगी। ये दोनों स्टेशन भी जल्द जनता के लिए खोले जा सकते हैं। इन स्टेशनों के खुलने पर आरआरटीएस के परिचालित खंड की लंबाई 54 किलोमीटर हो जाएगी।
आनंद विहार स्टेशन से जोड़ा गया
यात्रियों की सुविधा के लिए आरआरटीएस के आनंद विहार स्टेशन को दिल्ली मेट्रो की दो लाइनों (ब्लू और पिंक), आनंद विहार रेलवे स्टेशन, आनंद विहार आईएसबीटी और कौशांबी बस अड्डे से जोड़ा गया है। इससे यात्रियों को बस अड्डे तक पहुंचने के लिए सड़क पर यात्रा करने की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि वे स्टेशन के अंदर से सीधे बस अड्डे तक पहुंच सकेंगे। स्टेशन के निर्माण के दौरान दिल्ली मेट्रो की दोनों लाइनों के नीचे सुरंग का निर्माण किया गया है। आनंद विहार स्टेशन से गाजियाबाद आने-जाने के लिए भी दो सुरंगें बनाई गई हैं।