अस्पताल में लापरवाही की हद! धूप में मरीज को स्ट्रेचर पर लिटाकर भूला स्टाफ
नेहा सिंह तोमर
गाजियाबाद। गाजियाबाद में हीटवेव से अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बावजूद अस्पताल का स्टाफ लापरवाह बना हुआ है। दरअसल जिला अस्पताल में बीमारी से पीड़ित एक मरीज को इलाज के बाद इमरजेंसी से वार्ड में शिफ्ट किया जाना था। मरीज को स्ट्रेचर पर लिटाकर अस्पताल का स्टाफ भूल गया। इसकी वजह से धूप में स्ट्रेचर पर लेटा मरीज काफी देर तक कराहता रहा लेकिन स्टाफ या डॉक्टर को मरीज की कराह सुनाई नहीं दी और न ही मरीज को स्टे्रचर को धूप से हटाकर छांव या वार्ड में किया गया। परिजनों ने जब इसका विरोध किया तो स्टाफ ने काफी देर बाद मरीज को वार्ड में ले जा कर शिफ्ट कर दिया। वहीं इमरजेंसी में भी अधिकतर मरीज सिरदर्द, उल्टी-दस्त से पीड़ित आ रहे हैं। गर्मी से पीड़ित मरीज बड़ी संख्या में जिला अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंच रहे हैं। ओपीडी में भी मरीजों की लम्बी लाइनें लगी हुई हैं।
मोर्चरी में सीएमओ ने दिए एसी लगाने के निर्देश
शवों की बढ़ती संख्या और मोर्चरी में अव्यवस्थाओं की शिकायत मिलने के बाद सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधर ने जिला अस्पताल की मोर्चरी का निरीक्षण किया। मोर्चरी में रखे डीप फ्रीजर की भी जांच की। सीएमओ ने बताया कि इन दिनों गर्मी तेज पड़ रही है जिसके चलते डेड बॉडी जल्द खराब होने लगती है जिसकी वजह से उनके पोस्टमार्टम में परेशानी होने लगती है। डीप फ्रीजर की अपनी क्षमता है। वर्तमान हालात को देखते हुए मोर्चरी में एयर कंडीशन लगाने के निर्देश दिए गए हैं।