गाजियाबाद। कड़कड़ मॉडल गांव में रामलीला पार्क, छोटा पार्क दोनों की स्थिति बदहाल हैं। इन पार्को के अंदर घास नहीं है। वहीं झुले बूरी तरह से टूटे हुए हैं। सालों पहले बने पार्को की देखरेख नगर निगम के जिम्मे है। लेकिन देख-रेख कितनी होती है, यह पार्कों की स्थिति बयां करती है।
कड़कड़ मॉडल में दो पार्क बने हुए हैं। दोनों पार्क की स्थिति बेहद दयनीय है। यहां पर पार्को पर कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। जंगली जानवर भी पार्को इधऱ-उधर घुमते रहते हैं। वहीं बच्चों के लिए झूले नहीं हैं। झूले पूरी तरह से टूटे हुए हैं।
वहीं बात करें अगर छोटे पार्क तो इस पार्क की स्थिति बंद से बदतर है। बैठने के लिए बैंच नहीं है, बच्चों के लिए झूले नहीं हैं और दीवारें भी क्षतिग्रस्त हैं। वहीं कूड़े की भरमार है। वहीं छोटे पार्क में वाहन भी खड़े रहते जिससे लोगों को दिक्तत का सामना करना पड़ता है।