Dr Shyama Prasad Mukharji की जयंती पूरे प्रदेश में धूमधाम से मनाई जा रही
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने देश को नारा दिया था कि एक देश में दो प्रधान, दो विधान और दो निशान नहीं चलेंगे: योगी आदित्यनाथ
जनसंपर्क महा अभियान के तहत भाजपा पूरे यूपी में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती को बलिदान दिवस के रूप में मना रही है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी लखनऊ के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी यानी सिविल अस्पताल पहुंचे और उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। उन्होंने कहा कि, "डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने देश को नारा दिया था कि एक देश में दो प्रधान, दो विधान और दो निशान नहीं चलेंगे। PM मोदी ने कश्मीर से धारा-370 हटाकर डॉ. मुखर्जी के इस सपने को साकार किया।"
कश्मीर से धारा 370 हटाकर PM ने मुखर्जी का सपना पूरा किया
CM योगी ने कहा, "कश्मीर की स्थिति बिगड़ती जा रही थी और उसके लिए अलग से विधान बनाने का विरोध हुआ था। तब मुखर्जी ने कहा था कि एक देश में दो प्रधान, दो विधान और दो निशान नहीं चलेंगे। इसके बाद मुखर्जी को कश्मीर में गिरफ्तार कर लिया जाता है और 23 जून को उनका बलिदान देश की अखंडता को बचाने के लिए हुआ। लेकिन, श्यामा प्रशाद मुखर्जी का सपना PM मोदी ने 5 अगस्त 2019 को कश्मीर से धारा 370 हटा कर पूरा किया।"
बंगाल को अंग्रेजों से बचाने में मुखर्जी का बड़ा योगदान रहा
CM योगी ने कहा, "प्रदेश शासन और जनता की ओर से डॉ. मुखर्जी के बलिदान को नमन करते हैं। डॉ. मुखर्जी 35 साल की उम्र में कुलपति बने थे। देश के विभाजन की त्रासदी को रोकने और पूरे बंगाल को अंग्रेजों से बचाने में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा। देश के अंदर आजादी का आंदोलन उनकी पहचान बन गई थी। जब उन्होंने देखा कि आजादी जिन आदर्शों के लिए मिली थी, वो तत्कालीन सरकार तुष्टिकरण कर रही है। इसलिए मुखर्जी ने भारतीय जन संघ की स्थापना की। जन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने तत्कालीन सरकार की तुष्टिकरण नीतियों का विरोध किया।"
बूथ स्तर पर दी जाएगी श्रद्धांजलि
भाजपा जनसंपर्क महा अभियान के तहत आज डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती को बलिदान दिवस के रूप में मना रही है। भाजपा के कार्यकर्ता बूथ स्तर पर क्षेत्रीय जनता के साथ मिलकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।