स्वामी प्रसाद मौर्य बोले: सरकार के इशारे पर जलाया जा रहा संविधान, धर्म के नाम पर सर्व समाज का हो रहा अपमान
सपा के राष्ट्रीय महामंत्री एवं पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि संविधान खतरे है। सत्ता के समर्थन के कारण संविधान जलाया जा रहा है। यह राष्ट्रद्रोह है। बाबा साहब ने भारतीय संविधान में सभी जाति धर्म के लोगों को समान अधिकार दिया है, फिर भी ढोल गवार शूद्र पशु नारी कहने वाले धर्म के नाम पर हमारा अपमान नहीं कर सकते। उन्होंने नाम लिए बिना भाजपा के प्रति अक्रामकता दिखाई।
सोमवार को नहर कॉलोनी में राष्ट्रीय बौद्ध चेतना संस्थान के संविधान जागरण समारोह एवं राष्ट्रीय बौद्ध समारोह का आयोजन हुआ। इसमें पूर्व मंत्री अपने पुराने रवैये पर कायम रहे। कहा कि धर्म के नाम पर हमे अपमानित किया जा रहा है। उन्होंने मंडल आयोग की रिपोर्ट लागू करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह की सराहना की। कहा कि भगवान राम की हजारों साल से पूजा-अर्चना होती आ रही है, वह करोड़ों-करोड़ों के आराध्य हैं। ऐसे में उनकी मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का उद्देश्य क्या है।
यह करके वह अपने को भगवान से भी बड़ा साबित करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कि पिछड़ों और अनुसूचित जाति की आबादी 52 प्रतिशत बताई जा रही है। यह आंकड़ा 1950 का है। अब हमारी आबादी 75 फीसदी पहुंच चुकी है। इसी लिए सरकार जातिगत गणना कराने से पीछे हट रही है। दिल्ली के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व डिप्टी एसपी शिवस्वरूप ने की।
इस मौके पर विशेष अतिथि पूर्व न्यायाधीश बीडी नकवी, पूर्व विधायक रामसजीवन निर्मल, विधायक उषा मौर्य, चेयरमैन एड राजकुमार मौर्य, मानसिंह पटेल केपी राहुल साहित्यकार , डॉ. सुनील दत्त, शालिनी पटेल, केपी कोरी, एड चन्दमणि भास्कर, एड इंद्रजीत यादव, डॉअमित पाल, मुन्ना लोधी ,एड प्रभात पटेल, शंकर लाल सविता, ललित सैनी, रजोल सेन, राकेश कुमार, धुन्नु लाल, गुलजारीलाल आदि सामाजिक संगठनों ने सहयोग किया।
करणी सेना, हिंदू महासभा ने किया विरोध प्रदर्शन
फतेहपुर। अखिल भारत हिंदू महासभा और करणी सेना ने पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के कार्यक्रम का विरोध किया। पटेलनगर चौराहे पूर्व मंत्री विरोधी नारेबाजी करते वापस जाने के नारे लगाए। सूचना पर पूर्व मंत्री के समर्थकों के पटेलनगर पहुंचने पर माहौल गरमा गया। पुलिस के साथ एसडीएम के पहुंचने पर करणी सेना कार्यकर्ता चलते बने। हनुमान मंदिर के सामने खड़़े होकर हिंदू महासभा ने काले झंडे लहराए। विरोध प्रदर्शन होने के कारण प्रशासन ने पूर्व मंत्री को पीछे के रास्ते से नहर कालोनी पहुंचाया।