टेंट सिटी में सितारा होटलों की चमक, धर्मनगरी में दिखने लगे आला होम स्टे, 22 को उतरेंगे प्राइवेट जेट

By :  SaumyaV
Update: 2024-01-20 05:42 GMT

सबसे अहम हैं यात्रियों, पर्यटकों, श्रद्धालुओं से जुड़ी सुविधाएं, जिससे वे यहां आने के बाद दोबारा आने का मन बनाकर जाएं। इसके लिए जरूरी है कि उनके ठहरने और शहर में आवाजाही का अच्छा बंदोबस्त हो। इसके प्रयास भी रंग दिखाने लगे हैं। 

धार्मिक नगरी अयोध्या अब स्मार्ट और लग्जरी सुविधाओं से भी तेजी से जुड़ रही है। सबसे अहम हैं यात्रियों, पर्यटकों, श्रद्धालुओं से जुड़ी सुविधाएं, जिससे वे यहां आने के बाद दोबारा आने का मन बनाकर जाएं। इसके लिए जरूरी है कि उनके ठहरने और शहर में आवाजाही का अच्छा बंदोबस्त हो। इसके प्रयास भी रंग दिखाने लगे हैं। परंपरागत व मध्यम दर्जे वाले होटलों की जगह सितारा होटल वाले चेन दस्तक दे रहे हैं। टेंट सिटी जैसी सुविधाएं तेजी से बढ़ रही हैं। होम स्टे एक ऐसे सेक्टर के रूप में उभरा है, जो लोगों को घर जैसा एहसास करा रहा है और अयोध्यावासियों की आय में वृद्धि का नया अवसर लेकर आया है। 

 दो हजार रुपये महीने वाले कमरे 2,000 रोज में भी मिलने मुश्किल

अयोध्या के रायगंज में दो साल पहले तक दो से 3 हजार रुपये महीने किराये पर कमरा मिल जाता था। आज ज्यादातर घर होम स्टे में बदल गए हैं या तेजी से बदले जा रहे हैं। यहां एक दिन के लिए कमरा चाहिए तो दो से तीन हजार, यानी 60 हजार से लेकर एक लाख रुपये महीने तक देने पड़ रहे हैं। एक होम स्टे के मालिक अवधेश गुप्ता बताते हैं कि वे खाली भूखंड पर भी अत्याधुनिक सुविधाओं वाला होम स्टे तैयार कर रहे हैं। यहां 570 से अिधक होम स्टे हैं। इसमें तीन से पांच कमरे व हर कमरे में डबल बेड है।

टेंट सिटी में 26 तक सारे कमरे बुक

तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट, नगर निगम, पर्यटन विभाग, भाजपा और कई मठ और मंदिरों के बड़ी संख्या में लोगों को ठहरने के लिए अलग-अलग टेंट सिटी बसा रहे हैं। यह व्यवस्था अस्थायी हैं। स्थायी व्यवस्था की पहल अयोध्या विकास प्राधिकरण ने की है। राम मंदिर के पीछे ब्रह्मकुंड गुरुद्वारा पंचकोसी मार्ग पर एक नामी कंपनी ने 30 कमरों की स्थायी टेंट सिटी बसाई है। यहां रिसेप्शन से लेकर कमरे तक बेहतर एहसास देते हैं। एक रात के लिए 10,500 रुपये व जीएसटी के भुगतान पर कमरे मिल रहे हैं। एक कमरे में दो लोग रह सकते हैं। यहां 60 लोगों के एकसाथ बैठने की सुविधा वाला डाइनिंग हाल है। टेंट सिटी के सीनियर फ्रंट ऑफिस एक्जीक्यूटिव सतीश कुमार बताते हैं कि 20 से 26 तक सारे कमरे बुक हैं। 39 कमरों वाली एक टेंट सिटी रामकथा संग्रहालय के पास स्थापित की जा रही है।

नगर निगम : दो स्थान पर। 5,000 लोगों की व्यवस्था है।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट : तीन स्थान, 22 हजार लोगों के ठहरने की व्यवस्था।

अयोध्या विकास प्राधिकरण : प्राइवेट प्लेयर के सहयोग से एक तैयार, दूसरा कार्यरत।

भाजपा : 20 हजार कार्यकर्ताओं के लिए।

पर्यटन विभाग : 400 कलाकारों के लिए

मठ और अखाड़े : भक्तों व अनुयाइयों के लिए अलग-अलग टेंट सिटी की व्यवस्था

22 तक होटल फुल 15 से 22 हजार रेट

ज्यादातर होटल फुल हैं। 22 जनवरी तक एक भी कमरे खाली नहीं है। इनमें से कई ने तो 20 से 22 तारीख के लिए 30 से 40 हजार रुपये में रूम बुक किया है। शहनवाजपुर माझा स्थित एक नामी होटल में 22 के बाद 17 हजार में रूम बुक हो रहे हैं। सिविल लाइन के एक होटल में 23 तारीख के बाद कमरे उपलब्ध हैं। इसके लिए सामान्य दिनों की अपेक्षा तीन गुना ज्यादा 22,500 रुपये अदा करना होगा। अयोध्या में अभी 175 से अधिक होटल, धर्मशाला, गेस्ट हाउस हैं।

22 को उतरेंगे 100 प्राइवेट जेट

प्राण प्रतिष्ठा में पहुंचने के लिए कई मेहमान जेट तक की बुकिंग करा रहे हैं। इंडियन लग्जरी चार्टर सर्विस क्लब वन एयर के सीईओ राजन मेहरा के मुताबिक 22 जनवरी से उनके दसॉल्ट फैलकॉन 2000 के कई फेरे बुक हैं। एक आधिकारिक अनुमान के मुताबिक 22 जनवरी को अयोध्या हवाई अड्डे पर 100 प्राइवेट जेट उतरेंगे। 

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