'हेल्पर' की जॉब के लिए रूस गया बेटा, यूक्रेन बॉर्डर पर किया तैनात; पीएम मोदी से परिवार ने लगाई गुहार

By :  SaumyaV
Update: 2024-02-23 06:35 GMT

रूस और यूक्रेन के बीच पिछले दो सालों से चल रही जंग में कासगंज के युवक को शामिल होने के लिए मजबूर कर दिया गया। परिवार के लोगों ने बताया कि वह हेल्पर की नौकरी के लिए गया था, लेकिन वहां उसे सेना में भर्ती कर यूक्रेन बॉर्डर पर तैनात कर दिया गया है।

कासगंज से करीब सवा तीन माह पूर्व हेल्पर की नौकरी के बहाने युवक को रूस ले जाया गया, लेकिन युवक को आर्मी में भर्ती कर दिया गया। युवक को रूस की प्राइवेट आर्मी वेगनर में भर्ती कर दिया गया। परिजनों का कहना है कि बेटे से अब उनकी बात नहीं हो रही है। उन्होंने प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को भी शिकायतें प्रेषित की हैं। परिवार के लोगों ने पीएम मोदी से बेटे को वापस भारत लाए जाने की गुहार लगाई है।

मास्को गया था बेटा

युवक के परिजन रूस में हुए इस घटनाक्रम को लेकर दहशत में हैं।जिले के गंजडुंडवारा कस्बे के रहने वाले अशरफ हुसैन ने जानकारी देते हुए बताया कि उनका बेटा अरबाब हुसैन पिछले वर्ष 11 नवंबर 2023 को बाबा ब्लॉग एजेंसी के माध्यम से हेल्पर की नौकरी के लिए रूस के शहर मास्को गया था, लेकिन उसने दो माह पूर्व रूस से फोन करके बताया गया कि उसे वहां हेल्पर की नौकरी नहीं दी गई है बल्कि सेना में भर्ती कर दिया गया है। 

छीन लिया पासपोर्ट और वीजा

युवक ने जब उसका विरोध किया तो उसका पासपोर्ट और वीजा भी छीन लिया गया। पिता ने बताया कि उसके रशियन भाषा में हस्ताक्षर में करा लिए हैं। उन्होंने कहा कि अरबाब को रूस की प्राइवेट आर्मी वेगनर में सैनिक बनाया गया है। उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि उसे यूक्रेन बॉर्डर पर तैनात कर दिया गया है।

परिवार में दहशत

उन्होंने कहा कि बेटे से कोई संपर्क भी नहीं हो पा रहा। परिवार के लोग दहशत में हैं। उन्होंने पीएम मोदी को पत्र भेजकर बेटे की वतन वापसी की गुहार लगाई है। पिता ने बताया कि अभी तक कहीं से मदद की उम्मीद नहीं जगी है।

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