सीतापुर हत्याकांड के आरोपी अजीत सिंह ने बयां की अपनी क्रूरता की कहानी, जानिए उन्होंने क्या कहा
सीतापुर। सीतापुर के पल्हापुर गांव में हुए सामूहिक हत्याकांड ने क्षेत्र के सभी लोगों को हिलाकर रख दिया है। इस घटना में एक ही परिवार के छह सदस्यों की निर्मम हत्या की गई है।
इस हत्याकांड का आरोपी अजीत सिंह ने बताया कि हत्या की रात उसने सबसे पहले अपनी भाभी प्रियंका सिंह को निशाना बनाया। सोते समय ही उसने प्रियंका के सीने में गोली मार दी। तभी गोली की आवाज सुनकर अजीत की मां सावित्री वहां पहुंच गईं। अपनी मां को देखकर अजीत ने उन पर भी हथौड़े से हमला कर दिया। जिससे वह घायल होकर वहीं गिर गईं। इसके बाद अजीत अपने भाई अनुराग के कमरे में गया और उसे दो गोलियां मारीं। फिर वह ऊपर आया और अनुराग के तीनों बच्चों की हत्या कर दी। सबसे अंत में उसने अपनी मां की हत्या की।
पुलिस ने अजीत से मां की हत्या का कारण पुछा तो उसने कहा कि मां को मारने का उसका कोई इरादा नहीं था लेकिन जब वह अचानक सामने आ गईं तो उसने उन पर वार कर दिया। जब सभी की हत्या करने के बाद वह मां के पास पहुंचा तो उस समय उनकी सांसें चल रही थीं। अजीत ने कहा कि उसकी मां ने उससे कहा कि वह वहां से चला जाए। उस पर सनक चढ़ी हुई थी और उसे लगा कि अगर मां जिंदा रहेगी तो वह कैसे उनका सामना करेगा। यही सोचते हुए उसने मां सावित्री पर कई वार कर दिए और उनकी हत्या कर दी।
पुलिस ने अजीत सिंह के अलावा उसके परिचितों और कई रिश्तेदारों की भूमिका की भी जांच की है। सभी के मोबाइल नंबर की लोकेशन और कॉल डिटेल की जांच की गई। इस वारदात में किसी अन्य की भूमिका नहीं पाई गई है। जांच के अनुसार पूरी घटना को अजीत ने अकेले ही अंजाम दिया है। साथ ही पूछताछ के दौरान अजीत ने अपनी मानसिक स्थिति के बारे में भी बताया। उसने कहा कि उस रात वह पूरी तरह से मानसिक रूप से असंतुलित हो गया था। उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या कर रहा है और क्यों कर रहा है। उसकी सनक और गुस्से ने उसे अपराध करने के लिए प्रेरित किया।