बाबा के दो किमी के दायरे में तीसरे दिन फिर से खुलीं दुकानें; अभियान चालकर कराईं थीं बंद
काशी विश्वनाथ मंदिर की दो किमी परिधि में प्रतिबंध का कानून कागजी साबित हुआ। बाबा के दो किलोमीटर के दायरे में तीसरे दिन दुकानें फिर से खुल गईं। 100 से ज्यादा मीट की छोटी बड़ी दुकानें संचालित हो रही हैं। दो दिन में 42 दुकानें बंद कराई गई थीं।
शिवभक्तों की आस्था के केंद्र काशी विश्वनाथ मंदिर की दो किलोमीटर परिधि में मांस और मदिरा पर प्रतिबंध का नियम नगर निगम के अभियान के तीसरे दिन ही कागजी साबित हो गया। बेनियाबाग से नईसड़क और दालमंडी सहित प्रतिबंध वाले क्षेत्रों में रविवार को हरे पर्दे की आड़ में 100 से ज्यादा दुकानों पर मीट और मांस बिकता रहा।
उधर, मदिरा (शराब) की दुकानों की बंदी से नगर निगम ने आबकारी विभाग के पाले में गेंद डाल दी है। सदन में प्रस्ताव पास होने के 45 दिन बाद भी नई सड़क, दालमंडी, बेनियाबाग के अलावा, रेवड़ी तालाब, मदनपुरा, तिलभांडेश्वर, अशफाक नगर, सोनिया आदि इलाकों में पहले की तरह ही खुलेआम मांस और मदिरा की बिक्री जारी है।
आदिविश्वेश्वर वार्ड के पार्षद इंद्रेश सिंह ने 18 जनवरी 2024 को सदन की बैठक में विश्वनाथ मंदिर से दो किमी दायरे में मीट, मांस और मदिरा की दुकानें प्रतिबंधित करने का प्रस्ताव दिया था। इसपर सदन ने मुहर लगाई थी।
इसी आधार पर नगर निगम प्रशासन ने दो दिनों में 42बेनियाबाग, हड़हा सराय, नई सड़क, दालमंडी की दुकानें बंद कराई थीं, लेकिन रविवार को अभियान का असर नहीं दिखा और व्यवस्था पहले जैसी ही हो गई।
पिछले दिनों सरकार की ओर से अयोध्या और मथुरा को तीर्थ क्षेत्र घोषित कर मांस, मदिरा की बिक्री पर पाबंदी लगा दी गई थी। इसी तरह काशी विश्वनाथ धाम के दो किमी दायरे को तीर्थ क्षेत्र घोषित कर यहां भी मांस और मदिरा पर पाबंदी लगाने का प्रस्ताव नगर निगम सदन में पास किया गया।
नई सड़क के पास खुली दुकान
रविवार की दोपहर 1:05 बजे नई सड़क के लवकुश होटल के पास मांस की दुकानें खुलीं थीं। दुकान के आगे एक कपड़े का पर्दा लगाया गया था। दुकान के बाहर खड़े दुकानदार हर आने जाने वालों को देख रहे थे। इस दौरान इक्का दुक्का लोग दुकान के पास खड़े थे। उन्हें मीट दिया जा रहा था।
रेवड़ी तालाब में बिका मीट
दोपहर 1:40 बजे रेवड़ीतालाब जाने वाले मार्ग पर मांस की दुकान पर लोग खरीदारी करते दिखे। यहां पर गाड़ियों के खड़े होने से जाम जैसी स्थिति रही। दुकानदार बार-बार ग्राहकों से गाड़ी किनारे खड़ी करने को कह रहे थे। इस बीच लोगों को उनकी जरूरत के हिसाब से मीट दिया गया।
भेलूपुर में मोलभाव करते दिखे लोग
दोपहर 2:15 बजे भेलूपुर चौराहे के पास खुलेआम मीट बेचा जा रहा था। पास में ही एक डिब्बे में अपशिष्ट डाले जा रहे थे। इसके चलते आसपास कई कुत्ते मंडरा रहे थे। खरीदने वाले मोलभाव कर रहे थे।
सोनारपुरा में दुकान के पास से गुजरते रहे भक्त
दोपहर 2:20 बजे सोनारपुरा चौराहे के समीप खुलेआम मीट की दुकान खुली रही। इसी मार्ग से कई भक्त विश्वनाथ मंदिर जा रहे थे। लोगों को काले पॉलीथिन में मीट दिया जा रहा था। कई ग्राहकोंं ने मीट लेने के बाद ऑनलाइन पेमेंट किया।
विश्वनाथ मंदिर से दो किमी दायरे का इलाका
विश्वनाथ मंदिर से दो किमी दायरे में लहुराबीर, कबीरचौरा, मैदागिन, दारानगर, विश्वेश्वरगंज, बांसफाटक, गोदौलिया, लक्सा, रथयात्रा, सोनिया, औरंगाबाद, चेतगंज, बेनियाबाग, नईसड़क, दालमंडी, भेलूपुर, रेवड़ीतालाब, कमच्छा, गुरुबाग और गिरजाघर हैं।
मदिरा की दुकानें बंद कराने के लिए शासन को भेजा प्रस्ताव
नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि मदिरा की दुकानों का लाइसेंस आबकारी विभाग से दिया जाता है। नगर निगम की ओर से इन दुकानों को बंद कराने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। इस प्रस्ताव पर मुहर लगी तो मीट के साथ ही मंदिर के दो किमी दायरे में मदिरा की बिक्री पर भी पाबंदी लग जाएगी।
मंदिर से दो किमी दायरे में दुकानों का आंकड़ा
105 - मीट-मुर्गे की दुकानें
37 - मदिरा की दुकानें
45 - मांस बेचने वाले होटल और रेस्टोरेंट
सदन से प्रस्ताव पास होने के बाद मीट की दुकानें बंद कराई गई हैं। जो लोग खोल रहे हैं, उन पर कार्रवाई भी की जाएगी। मदिरा की दुकानों को बंद करने का अधिकार आबकारी विभाग के पास है। - डॉ अजय प्रताप सिंह, पशु चिकित्साधिकारी, नगर निगम