सागर को लेकर चौंकाने वाला खुलासा, UP रोडवेज की बस से मंगवाया था आधार कार्ड; दोस्त ने दिया साथ
संसद की सुरक्षा भेदने वाले सागर शर्मा के घर पर शुक्रवार को एक बार फिर जांच एजेंसियों की टीम पहुंची। एटीएस की टीम भी साथ थी। सागर के कमरे को खंगाला गया। कई और किताबें बरामद कर कब्जे में लीं। परिजनों से दोबारा पूछताछ की। करीब एक घंटे तक तहकीकात करने के बाद टीम ई रिक्शा मालिक के घर पहुंची। उससे भी सागर के बारे में जानकारी ली।
संसद भवन की सुरक्षा में सेंध लगाने के मुख्य आरोपी सागर ने यूपी रोडवेज की बस से लखनऊ से अपना आधार कार्ड मंगवाया था। उसके पारिवारिक मित्र अंश ने यूपी रोडवेज के बस ड्राइवर के माध्यम से कार्ड भेजा था। सागर संसद में हंगामा वाले दिन आधार कार्ड लेने हुडा सिटी सेंटर से मेट्रो से आनंद विहार पहुंचा था।
इसके बाद वह राजीव चौक पहुंचा। इसके बाद वह राजीव चौक से भारतीय झंडे खरीदने सदर बाजार गया। फिर साथियों के पास इंडिया गेट वापस आया। दिल्ली पुलिस सागर के दोस्त अंश से पूछताछ करने की बात कह रही है।
सागर शर्मा लखनऊ के आलम बाग के राम बाग के चै/149 के 555 का निवासी है। आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया है कि सागर, अमोल, ललित और मनोरंजन की मुलाकात पहले गुरुग्राम में हुई थी।
सागर सप्ताह में दो या तीन बार मनोरंजन को फोन करता था। सागर हंगामे वाले दिन सुबह लगभग साढ़े पांच बजे गुरुग्राम से आधार कार्ड लेने हुडा सिटी सेंटर से आनंद विहार पहुंचा था। यहां इसने यूपी रोडवेज बस के ड्राइवर से अपना आधार कार्ड लिया था।
बजट सत्र के दौरान संसद के अंदर की थी रेकी
सभी आरोपी करीब नौ महीने पहले मिले थे। इन्होंने अपना विरोध प्रदर्शित करने के लिए संसद का उपयोग करने का निर्णय लिया। मार्च में बजट सत्र के दौरान मनोरंजन विजिटर पास के जरिये संसद भवन के अंदर गया और रेकी की। जुलाई में सागर दिल्ली आया, मगर उसे संसद में जाने का मौका नहीं मिला। संसद में प्रवेश किए बिना वह लखनऊ वापस चला गया।
जांच एजेंसियों ने फिर खंगाला सागर का कमरा
उधर, संसद की सुरक्षा भेदने वाले सागर शर्मा के घर पर शुक्रवार को एक बार फिर जांच एजेंसियों की टीम पहुंची। एटीएस की टीम भी साथ थी। सागर के कमरे को खंगाला गया। कई और किताबें बरामद कर कब्जे में लीं। परिजनों से दोबारा पूछताछ की। करीब एक घंटे तक तहकीकात करने के बाद टीम ई रिक्शा मालिक के घर पहुंची। उससे भी सागर के बारे में जानकारी ली।
सागर के पिता रोशनलाल से कई घंटे पूछताछ
जिस दिन संसद के भीतर सागर ने घटना को अंजाम दिया था, उसके कुछ ही देर बाद पुलिस व जांच एजेंसियों के अफसर उसके घर पर पहुंचे थे। सागर के पिता रोशनलाल, मां रानी, बहन माही आदि से लंबी पूछताछ कर सागर के बारे में जानकारी जुटाई। बुधवार रात जांच एजेंसियों ने सागर के पिता रोशनलाल से कई घंटे पूछताछ की थी। बृहस्पतिवार सुबह उन्हें छोड़ दिया था। पूरे दिन परिजन कमरे के भीतर रहे थे। किसी से कोई बातचीत नहीं की थी।
दोबारा सागर के घर पहुंची टीम
शुक्रवार दोपहर जांच एजेंसियों की एक टीम दोबारा सागर के घर पहुंची। एटीएस का दस्ता भी साथ था। परिजनों में एक-एक कर सभी से सागर के व्यवहार, उसके दोस्तों के नाम आदि की जानकारी ली। सागर कब से डायरी लिख रहा था? उसके बारे में उनको जानकारी है या नहीं? उन्होंने ये डायरी कभी पढ़ी या नहीं? मोबाइल पर किस तरह के वीडियो देखता था? ऐसे तमाम सवाल उनसे पूछे। इसके बाद टीम लौट गई। किताबों आदि के साथ सागर के जूते भी टीम ले गई।
शुरुआत में पता चला था कि सागर अपना ही ई रिक्शा चलाता था। अब पता चला है कि उसने अपना ई रिक्शा बेच दिया था। वर्तमान में वह हिमांशु शुक्ल नामक शख्स का ई रिक्शा किराए पर लेकर चलाता था। जांच एजेंसियों के अफसर ने हिमांशु से भी पूछताछ की। ई रिक्शा की फोटो भी क्लिक की।
दिल्ली पुलिस व अन्य एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं। इस बीच सामने आया है कि सागर ने लखनऊ में किसी जूते की दुकान से स्पेशली जूते बनवाए थे, जिससे उसमें कलर स्प्रे रखने की जगह रहे। वहां से मिले इनपुट पर उस दुकान के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।