केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के PRANA पोर्टल से खुलासा, वायु प्रदूषण मामले में गाजियाबाद का देश में चौथा नंबर
नेहा सिंह तोमर
गाजियाबाद। गाजियाबाद नगर निगम द्वारा शहर के वायु गुणवत्ता में सुधार और धूल मुक्त बनाने को लेकर लगातार कार्य की जा रही है। निगम की लगातार प्रयास की वजह से वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है। वहीं केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के PRANA पोर्टल के एक तिमाही रिपोर्ट में गाजियाबाद का नाम भारत में चौथे नंबर पर और उत्तर प्रदेश में दूसरे नंबर पर है।
औद्योगिक क्षेत्र में अधिकांश कार्य एनवायरमेंट प्रोटक्शन फंड के माध्यम से कराए गए हैं। लगभग 20 करोड़ के कार्य औद्योगिक क्षेत्र में सड़क सुधार में कराए गए हैं। एयर क्वालिटी इंडेक्स के अंतर्गत भी लगभग 8 से 10 करोड़ के कार्य कराए गए जिसमें औद्योगिक क्षेत्र को सुधारते हुए धूल मुक्त कर दिया गया है। इसी कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए नगर आयुक्त के नेतृत्व में प्लांटेशन के कार्य को बढ़ाया गया है जिसमें गाजियाबाद नगर निगम की रिक्त भूमि पर मियावकी पद्धति से एक से दो लाख पौधे लगाए गए और उनका संरक्षण भी किया जा रहा है जिससे वायु गुणवत्ता में काफी फर्क पड़ा है, प्लांटेशन का कार्य लगातार उद्यान विभाग द्वारा बढ़ाया जा रहा है और उनके संरक्षण का भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
नगर आयुक्त ने शहर के वायु गुणवत्ता सुधार के लिए प्रतिदिन 8 से 10 एंटी स्मॉग गन और लगभग 20 वाटर स्प्रिंकलर मार्गों पर चला रही हैं जो कि प्रतिदिन 50 किलोमीटर तक का एरिया कवर कर रहा हैं। इसके साथ ही उनकी मॉनिटरिंग भी प्रबल की है। जीपीएस के आधार पर उपकरणों को चलवाया जा रहा है और वायु गुणवत्ता में सुधार लाया जा रहा है। गाजियाबाद नगर निगम द्वारा वायु गुणवत्ता सुधार को लेकर आगे भी प्लानिंग की हुई है जिसमें पांच अमृत सरोवर का जीर्णोद्धार जलकल विभाग कर रहा है। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के नेतृत्व में आगामी समय में वायु गुणवत्ता में और अधिक सुधार देखने को मिलेगा जिसका डॉक्यूमेंटेशन भी प्रॉपर किया जा रहा है।