गाजियाबाद में शुरू हुई बीजेपी महानगर अध्यक्ष की दौड़! दिसंबर में होगा जिला एवं महानगर अध्यक्ष का चुनाव
चर्चा में कुछ बड़े नामों में आया एक कार्यकर्ता का नाम
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के संगठन चुनाव के चलते अध्यक्ष को लेकर नेताओं एवं कार्यकर्ताओं की भाग दौड़ शुरू हो गई है। भाजपा दिसम्बर में जिला एवं महानगर अध्यक्ष और जनवरी और फरवरी में प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव कराने की तैयारी में है। इसको लेकर पार्टी ने संगठन के तौर पर चुनाव अधिकारी भी घोषित कर दिए हैं।
गाजियाबाद महानगर में माना जा रहा है कि ब्राह्मण, वैश्य, दलित या फिर पिछड़े वर्ग से पार्टी का नया अध्यक्ष हो सकता है। मुख्य रूप से माना जा रहा है कि पांच से छह नाम सबसे अधिक अध्यक्ष पद की होड़ में बने हुए हैं। जबकि एक पक्ष का यह भी दावा है कि विधायक बने वर्तमान अध्यक्ष संजीव शर्मा के महामंत्री पप्पू पहलवान, गोपाल अग्रवाल, सुशील गौतम, राजेश त्यागी, उपाध्यक्ष बॉबी त्यागी आदि नामों की कतार में मीडिया प्रभारी प्रदीप चौधरी को मौका दिया जाए तो ये नाम मील का पत्थर साबित होगा। कहा यह जाता है कि प्रदीप चौधरी ने धरातल पर रहकर केवल और केवल संगठन के दायित्व निर्वहन के साथ संगठन हित में काम किया है उनका संगठन का कार्यकाल पिछले 30 वर्षों से अनवरत जारी है। प्रदीप चौधरी ने दो योजना वार्ड अध्यक्ष रहकर दायित्व के साथ अपने कार्य क्षमता को दिखाने का सफर शुरू किया उसके बाद अन्य पदों पर रहते हुए तीन योजना मंडल अध्यक्ष और चार योजना महानगर पदाधिकारी रहकर संगठन में अपने कार्य क्षमता का प्रदर्शन किया है।
आमतौर से पार्टी की परंपरा यही रही है कि पार्टी किसी का नाम तय कर देती है। इसी नाम को अध्यक्ष के तौर पर फाइनल कर दिया जाता है। इस बार भी ऐसी ही उम्मीद की जा रही है. जिसमें पार्टी किसी एक नाम को सर्वसम्मति से तय कर देगी और उसी को निर्वाचित मान लिया जाएगा। भाजपा एक प्रवाहमान संगठन है। पार्टी का सक्रिय सदस्यता अभियान चल रहा है। जिसके बाद निर्वाचन प्रक्रिया पूरी की जाएगी। पार्टी संविधान के हिसाब से पूरी प्रक्रिया सम्पन्न करवाई जाएगी।
जाट जाति एवं पिछड़े वर्ग से आने वाले प्रदीप चौधरी पार्टी के महानगर मीडिया प्रभारी हैं। पिछड़े वर्ग से जुड़े होने के कारण प्रदीप चौधरी पश्चिम उत्तर प्रदेश को साध गाजियाबाद में पार्टी को पिछड़े वर्ग सहित सभी वर्गो में मजबूती से स्थापित करने का काम करेंगे। उसका सबसे बड़ा कारण उनके व्यापारी नेता होने से वैश्य समाज व अन्य व्यापारी वर्ग से भी जुड़ा होना माना जाता है। सरल स्वभाव के धनी प्रदीप चौधरी की काबिलियत संगठन के पैरामीटर पर इसलिए भी खरी उतरती है कि प्रदीप चौधरी ने लगातार 30 वर्षों से संगठन के विभिन्न पदों पर रहते हुए अपना सफर पूरा कर रहे हैं एक भी कार्यकाल संगठन के दायित्व के बिना उनसे चूका नहीं है यह उनकी कार्य कुशलता और पार्टी के प्रति समर्पण का जीवंत उदाहरण है।