वाराणसी में CM Yogi से हुई मुलाकात को ओपी राजभर ने बताया गलत, कह दी ये बड़ी बात

Update: 2023-06-16 09:02 GMT

वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से की वाराणसी के सर्किट हाउस में हुई मुलाकात की चर्चाओं पर ओपी राजभर ने विराम लगा दिया है। साथ ही स्पष्ट कर दिया है कि उनकी और सीएम की फिलहाल किसी प्रकार की कोई मुलाकात और बातचीत नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि वाराणसी के सर्किट हाउस में मैं अपने काम से आया था और सीएम योगी अपने काम से आए थे। साथ ही राजभर ने जाति जनगणना को लेकर सभी विपक्ष के नेताओं को एकजुट होने को कहा है।

''मैं सीएम योगी से मिलने की कोशिश क्यों करूंगा''

सुभासपा के नेताओं के द्वारा मुलाकात की बात कहे जाने पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि उनको भी सूत्रों के हवाले से खबर मिली होगी, जैसे मीडिया अपने सूत्रों के हवाले से खबर चला रही है। मैं सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने की कोशिश क्यों करूंगा।

अखिलेश यादव पर साधा निशाना

ओमप्रकाश राजभर ने अपने बेटे की शादी में तमाम विपक्षी दलों और पक्ष के नेताओं के घर आने का हवाला दिया और सीएम योगी के साथ मुलाकात को इंकार किया। साथ ही यूपी विधानसभा चुनाव में सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने के सावल पर ओमप्रकाश राजभर ने एक बार फिर से अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने अखिलेश यादव को सबसे बड़ा झूठा बताया।

गठबंधन पर कही ये बड़ी बात

वहीं गठबंधन के सवाल पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि या तो मुलायम सिंह यादव सबसे बड़े झूठे थे या अखिलेश यादव। ओमप्रकाश राजभर ने आगे कहा कि मैं पिछले 20 सालों से जिन मुद्दों को लेकर मांग कर रहा हूं ,उन मुद्दों पर कोई भी एक भी राजनीतिक पार्टी कायम नहीं है। अखिलेश यादव, मायावती, जयंत चौधरी सोनिया गांधी या नीतीश कुमार जिस दिन एक मंच पर आएंगे, उस दिन वह 2 घंटा पहले हमको बता देंगे। मैं उनसे देश के किसी कोने में पहले उस मंच पर पहुंच जाऊंगा। मैं चाह रहा हूं कि सभी नेताओं का गठबंधन हो।

''अखिलेश-मायावती नहीं चाहते पिछड़े और दलितों का हित''

पिछड़े और दलित के साथ हो रहे अन्याय के जिम्मेदार विपक्ष को ठहराते हुए ओपी राजभर ने कहा कि इसके दुश्मन यही लोग हैं। अखिलेश यादव और मायावती चाहते हैं कि पिछड़े और दलित का हित न हो।

लोकसभा चुनाव को लेकर कही ये बात

जातीय जनगणना की मांग विपक्ष के द्वारा किए जाने पर ओपी राजभर ने कहा कि जब यह लोग सत्ता में थे, तब इनको जातीय जनगणना याद नहीं आया और अब विपक्ष में है, तो इनको जाति जनगणना की याद आ रही है। जब बीजेपी विपक्ष में होगी तो उसे भी जातीय जनगणना याद आएगा। आगामी लोकसभा चुनाव में किसी राजनीतक दल से बात होने पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि मेरी किसी से कोई बात नहीं चल रही है।

बीजेपी से बढ़ती बढ़ती नजदीकियों को नकारा

बीजेपी से बढ़ती नजदीकी के सवाल पर ओपी राजभर ने कहा कि मेरे घर पर जयंत चौधरी भी आए थे और समाजवादी पार्टी के भी दर्जनभर नेता आए थे। अखिलेश यादव के द्वारा भेजे गए उनके लोग भी मेरे घर पर आए हुए थे। मीडिया को बीजेपी के नेता इसलिए ज्यादा दिखाई देते हैं, जैसे बारात में दूल्हा। बेरोजगारी, महंगाई और तमाम मुद्दों पर विपक्ष के द्वारा लगातार सवाल खड़े किए जाने पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि जब देश में कुछ गलत होता है, तो सारे विपक्ष के नेता इकट्ठा होकर सत्ता पक्ष से बात क्यों नहीं करते, कि यह गलत काम हो रहा है। सभी लोग एक साथ बैठ कर जो गलत हो रहा है उसका निस्तारण तो करते। नेता केवल एसी में बैठकर मोबाइल पर ट्वीट करते हैं।

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