अभी टमाटर और होगा लाल, सब्जी से लोगों ने बनाई दूरी, जाने कब मिलेगी राहत

Update: 2024-07-06 06:08 GMT

सोनू सिंह

गाजियाबाद। बरसात में सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं। टमाटर एक बार फिर लाल हो रहा है। तीन दिन पहले जो टमाटर 20 से 30 रुपए किलो बिक रहा था वो अब 100 रुपए किलो बिक रहा है। अदरक की कीमत भी 280 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है। टमाटर के साथ अन्य सब्जियों के दाम भी बढ़े हैं। अधिकांश सब्जियों की कीमत 50 रुपए के पार हो गई हैं। वहीं सब्जी व्यापारियों का मानना है कि अभी जुलाई और अगस्त तक सब्जियों के दाम कम होने की कोई उम्मीद नहीं है।

टमाटर के होलसेल विक्रेता अमरनाथ सैनी का कहना है कि अभी एक हफ्ते में टमाटर के दाम और बढ़ेंगे। उन्होंने बताया कि बीते दिनों तक टमाटर 20 से 30 रुपए किलो तक बिक रहा था लेकिन तेज गर्मी की वजह से टमाटर की फसल इस बार पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। फिलहाल गाजियाबाद में टमाटर की आपूर्ति दक्षिण भारत और हिमाचल से हो रही है। लंबी दूरी में किराए के कारण मंडी में टमाटर 70 से 80 रुपए प्रति किलोग्राम तक बिक रहा है। इसलिए खुदरा व्यापारी आम आदमी को 100 रुपए किलो तक टमाटर बेच रहे हैं। टमाटर के अलावा लहसुन खुले बाजार में 300 किलो और अदरक 280 से 300 रुपए किलो तक बिक रहा है। जिस तरीके से टमाटर ने सीजन पर किसानों को धोखा दिया। अब लहसुन के दाम आसमान छू रहे हैं। गाजियाबाद में प्याज के दाम भी बढ़ रहे हैं।

इस साल भी बेमौसम बारिश की वजह से प्याज की फसल जल्दी खराब हो रही है। इसलिए ऐसा लग रहा है कि प्याज भी आसमान छू लेगी। गाजियाबाद सब्जी मंडी के आढ़तियों और बाजार के जानकारों का कहना है कि जून की गर्मी और अब बारिश की वजह से हरी सब्जियों की फसल खराब होने से आवक कम हुई हैं। इसके चलते डिमांड और सप्लाई में काफी अंतर आने से कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है। साहिबाबाद और पुराना बस अड्डा के पास सब्जी मंडी में सब्जियों की कीमतों की पड़ताल से पता चला कि कुछ सब्जियों के दाम मौसम की मार और कम आवक की वजह से बढ़े हैं जबकि आलू-प्याज पीछे से कम आने के कारण इसके दाम मंडी और फुटकर बाजारों में काफी ज्यादा हैं। थोक मंडियों में हरी व अन्य सब्जियों की कीमतों में 50 प्रतिशत तक का उछाल आया है। सब्जी व्यापारियों का मानना है कि अभी जुलाई और अगस्त तक सब्जियों के दाम कम होने की कोई उम्मीद नहीं है।

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