भाजपा कोटे से पश्चिम यूपी से नहीं बना कोई केंद्रीय मंत्री
सोनू सिंह
गाजियाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार शपथ लेकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। मोदी के तीसरे कार्यकाल में भाजपा कोटे से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, सहारनपुर और मुरादाबाद मंडल से कोई नेता केंद्रीय मंत्री नहीं बन पाया है।
जयंत सिंह को राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया गया है। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) की भी दस साल बाद मंत्रिमंडल में वापसी हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में रालोद कोटे से जयंत सिंह को राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया गया है। इस तरह से रालोद की दस साल बाद केंद्र सरकार में वापसी हुई है। इससे पहले जयंत के पिता अजित सिंह 2011 से 2014 तक मनमोहन सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे। गाजियाबाद से इस बार भी सांसद को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल करने की उम्मीद थी लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं को निराशा हाथ लगी।
नोएडा से रिकॉर्ड वोटों से जीते पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा को भी निराशा हाथ लगी। गाजियाबाद की बात की जाएं तो 2014 और 2019 में सांसद जनरल वीके सिंह रहे है और उन्हें दोनों बार ही मंत्रिमंडल में जगह मिली थी। यह अवसर 2024 के लोकसभा चुनावों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण था। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मेरठ, सहारनपुर और मुरादाबाद मंडल में भाजपा को मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर और अमरोहा लोकसभा सीटों पर जीत हासिल हुई। जबकि रालोद ने बागपत और बिजनौर लोकसभा सीटें जीती। ऐसे में इन तीनों ही मंडल में पार्टी की स्थिति को मजबूत करने के लिए भाजपा के किसी नेता को मंत्री बनाए जाने की संभावना थी। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।