दिल्ली और नोएडा में काम करने वालों के लिए मतदान का अवसर नहीं, छुट्टी न मिलने से मतदान में कमी
- गाजियाबाद के काफी संख्या मैं लोग दिल्ली और नोएडा में करते हैं नौकरी
- गाजियाबाद की छुट्टी थी लेकिन नोएडा और दिल्ली के लोगों को मतदान के लिए नहीं मिली छुट्टी
गाजियाबाद। आज गाजियाबाद सदर सीट के लिए मतदान हो रहा है। मतदान के पहले दिन मतदाताओं की संख्या गत विधानसभा चुनाव की तुलना में कम है। कुछ लोगों का कहना है कि प्रशासन ने गाजियाबाद में तो छुट्टी घोषित कर दी, लेकिन दिल्ली और नोएडा में नौकरी करने वाले लोगों को छुट्टी नहीं मिली। इसके कारण दिल्ली और नोएडा में काम करने वाले लोग मतदान करने के बजाय अपनी ड्यूटी पर चले गए।
गाजियाबाद के लाइन पार्क क्षेत्र के ज्यादातर लोग नोएडा में नौकरी करते हैं। वे लोग भी नोएडा में छुट्टी की मांग कर रहे थे, लेकिन उन्हें छुट्टी नहीं मिली। इस वजह से कुछ लोग ड्यूटी जाने से पहले मतदान करने गए, लेकिन ज्यादातर लोग बिना मतदान किए ही ड्यूटी पर निकल गए।
विजयनगर के राजू ने बताया कि वह नोएडा में एक फैक्ट्री में काम करते हैं। नोएडा में छुट्टी घोषित नहीं की गई, जिस वजह से उन्हें मतदान करने का अवसर नहीं मिल सका। वहीं, सिद्धार्थ विहार के राजीव ने बताया कि वह दिल्ली में इंजीनियर हैं। मतदान करने के लिए उन्हें छुट्टी नहीं मिली, इसलिए वह मतदान करने नहीं जा सके। केला भट्टा के सलीम खान ने बताया कि वह सुबह मतदान करने के लिए गए थे, लेकिन उनके परिवार के अन्य लोग मतदान करने नहीं गए। उन्होंने कहा कि ज्यादातर लोग मुख्यमंत्री को चुनने के लिए मतदान करने घर से बाहर निकलते हैं, लेकिन एक विधायक के चुने जाने से सरकार नहीं बदलेगी, इसी वजह से लोग कम संख्या में मतदान कर रहे हैं।
प्रदूषण का भी लोगों पर असर: सिद्धार्थ विहार के अमित ने बताया कि प्रदूषण काफी बढ़ गया है, जिसके कारण वह ज्यादा समय तक घर से बाहर नहीं रह सकते। प्रदूषण की वजह से उन्होंने अपने माता-पिता को भी मतदान करने नहीं ले जाया। वहीं, लोहिया नगर के दिनेश ने बताया कि मौसम तो ठीक है, लेकिन प्रदूषण बहुत अधिक है। प्रदूषण के कारण बुजुर्ग लोग घर से बाहर निकलकर मतदान करने नहीं जा रहे हैं।
प्रवीण इशारा, पूर्व एओए अध्यक्ष, ब्रह्मपुत्र एनक्लेव, सेक्टर 7, सिद्धार्थ विहार ने कहा, "मैंने और मेरे परिवार ने मतदान कर दिया है। कम मतदान प्रतिशत की वजह प्रदूषण और लोगों को छुट्टी न मिलने का कारण हो सकता है।"
मोहन शर्मा, सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया के एडवोकेट ने कहा-वोटिंग हमारा मौलिक अधिकार है। लोगों को इस अधिकार का पालन करना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा मतदान करना चाहिए।"
डॉ. मंजू, विजयनगर निवासी ने बताया-मैंने वोट कर दिया है। मेरी अपील है कि लोग ज्यादा से ज्यादा वोट डालें। यह उनका अधिकार है।