अस्पतालों में भीषण गर्मी से बुखार, उल्टी दस्त के 60 फीसदी से ज्यादा मरीज, ऐसे करें हीटवेव से बचाव

Update: 2024-06-18 11:47 GMT

नेहा सिंह तोमर

गाजियाबाद। गाजियाबाद भीषण गर्मी और गर्म हवा के थपेड़ों ने लोगों का हाल बेहाल कर रखा है। आलम यह है दिन तो गर्म रहता ही है रात में भी गर्मी से थोड़ी बहुत निजात मिल पा रही है। गर्मी के आगे एसी, कूलर, पंखे भी फेल हो गए हैं। लोगों को घरों से बाहर निकलना तक मुश्किल हो गया है। तो वहीं इस भीषण गर्मी में बीमारी भी लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। अस्पतालों में उल्टी-दस्त, बुखार और हीटवेव से पीड़ित मरीजों की संख्या में दोगुना इजाफा हो गया है। आलम यह है कि इमरजेंसी वार्ड में एक बेड पर दो मरीजों को लिटाकर इलाज करना पड़ रहा है। सरकारी अस्पतालों में भीषण गर्मी से बुखार, उल्टी दस्त के 60 फीसदी से ज्यादा मरीज पहुंचे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने भी आम जन से अपील की है कि वह धूप से बचाव रखें और जहां तक संभव हो धूप में अपने घर या ऑफिस से बाहर न निकलें। विशेषकर दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक धूप के संपर्क में न आए, इस समय धूप की तपिश सबसे अधिक रहती है। जंक फूड, तला भूना गरिष्ठ भोजन से भी दूर रहने की सलाह दी गई है।

हीटवेव से बचाव के लिए क्या करें

कडी धूप में विशेष कर दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक बाहर जाने से बचें, हल्के रंग के ढीले-ढाले सूती कपड़े पहनें, धूप में निकलते समय कपडे से सिर ढकें, टोपी या छाते का प्रयोग करें, नियमित अंतराल पर पानी पीते रहे। शरीर को हाईड्रेट रखने के लिए ओआरएस घोल, नारियल पानी, लस्सी, चावल का पानी, आम का पन्ना आदि घरेलू पेय पदार्थ का सेवन करें, मौसम एवं तापमान की जानकारी से अपडेट रहें। कमजोरी, चक्कर आने या बीमार महसूस होने पर तत्काल डॉक्टर से सम्पर्क करें। घर को ठंडा रखे, पर्दे, शटर आदि का इस्तेमाल करें।

हीटवेव में क्या न करें

भीषण गर्मी में दोपहर के समय अधिक श्रम वाली गतिविधियां न करें, उच्च प्रोटीन वाले भोजन से बचें और बासी खाना न खाएं, शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड शीतल पेय पदार्थो का सेवन करने से बचें, दोपहर में जब दिन का तापमान अधिक हो उस दौरान खाना पकाने से बचें, रसोईघर को हवादार बनाए रखने के लिए खिड़की और दरवाजे खुले रखें।

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