मोदी ने किया मुरादाबाद हवाई अड्डे का लोकार्पण, मंडलवासियों के सपनों को लगे पंख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुरादाबाद के मूंढापांडे स्थित हवाई अड्डे का रविवार दोपहर को लोकापर्ण किया। वर्चुअल तौर पर हुए कार्यक्रम के दौरान एयरपोर्ट पर जनप्रतिनिधि के अलावा प्रशासनिक अफसर भी मौजूद रहे। समारोह का लाइव प्रसारण किया जाएगा। आयोजन स्थल पर लोगों की भारी भीड़ लगी रही।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार दोपहर को मुरादाबाद हवाई अड्डे का लोकार्पण किया। इसके साथ ही एक दशक के लंबे इंतजार के बाद मुरादाबादवासियों के हवाई अड्डे के सपनों को पंख लग गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजमगढ़ से मुरादाबाद समेत प्रदेश के पांच हवाई अड्डों का वर्चुअल तौर पर जनता को समर्पित किया।
मुरादाबाद में बड़ी एलईडी स्क्रीन पर भव्य कार्यक्रम लाइव दिखाया गया। मुरादाबाद हवाई अड्डे के उद्घाटन के साथ पीतलनगरी विकास का नया अध्याय लिखने जा रही है। एक दौर ऐसा भी था जब यहां सिर्फ हवाई पट्टी हुआ करती थी।
2014 में प्रदेश सरकार व एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के बीच हवाई पट्टी को हवाई अड्डे के रूप में विकसित करने के लिए एमओयू साइन हुआ था। 21 करोड़ रुपये की लागत से करीब 52 हेक्टेयर भूमि पर हवाई अड्डा बनाने की मंजूरी फरवरी 2014 में मिली थी।
मुख्य अतिथि के रूप में जिले के प्रभारी मंत्री जितिन प्रसाद लोकार्पण समारोह में भाग लेने पहुंचे। उनके अलावा अन्य अतिथि 11 भी बजे के करीब पहुंच गए थे। वीवीआईपी लॉज के सामने अतिथियों के लिए पंडाल बनाया गया था। इसी टेंट में 16 फीट चौड़ी व नौ फीट ऊंची एलईडी स्क्रीन लगाई गई है।
अतिथियों को पहले हवाई अड्डे के परिसर में मेजबान एयरपोर्ट डायरेक्टर की टीम ने भ्रमण करवाया।
मुख्य द्वार पर पीएम मोदी की फोटो वाले फ्लैक्स लगे
हवाई अड्डे पर पहुंचने वाले मेहमानों के स्वागत के लिए अंदर व बाहर सजावट की गई थी। हवाई अड्डे के मुख्य द्वार पर पीएम नरेंद्र मोदी के फोटो वाले बड़े-बड़े फ्लैक्स लगाए गए थे। इसमें मुरादाबाद हवाई अड्डे का चित्र लगाया गया। जोकि विकास को दर्शा रहा है।
इसी तरह के फ्लैक्स अंदर परिसर में लगाए गए हैं। हवाई अड्डे पर तैनात सीआईएसएफ के जवानों को मुस्तैद कर दिया गया है। 69 जवानों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा पुलिस व फायर फाइटर्स की तैनाती भी की गई है।
फ्लाइट कब शुरू होगी, इसका शेड्यूल अभी जारी नहीं हो सका है। एचपीसीएल कंपनी को विमान के फ्यूल के अनुबंध के लिए डीजीसीए से सहमति नहीं मिली है। इस कारण फ्लाइट शुरू होने में चार से पांच दिन का समय लग सकता है।