युवक को थाने पर बैठने के विरोध में विधायक लोनी थाने पहुंचे
गाजियाबाद। अशोक विहार कॉलोनी में रहने वाले एक युवक को रात भर थाने में बैठाए रखने और धारा 151 के तहत कार्रवाई के विरोध में लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर लोनी कोतवाली पहुंचे। उन्होंने युवक पर की गई कार्रवाई पर नाराजगी जताई। युवक की बहन का उसके ससुराल वालों से विवाद चल रहा था।
विधायक ने बताया कि उनके जनता दरबार में एक परिवार फरियाद लेकर आया था, जिसमें खलील अहमद, निवासी अशोक विहार कॉलोनी ने विधायक को बताया कि उनकी बेटी का रिश्ता करीब डेढ़ साल पहले मीरापुर, मुजफ्फरनगर में सुहैब पुत्र अशरफ से हुआ था। बिना दान-दहेज के शादी तय हुई थी, लेकिन निकाह के नजदीक आते ही भारी दहेज और गाड़ी की मांग करने लगे। इस पर पीड़ित परिवार ने असमर्थता जताई, जिसके बाद सुहैब ने तांत्रिक का आरोप लगाकर रिश्ता तोड़ दिया।
रिश्ता खत्म होने के बाद, पीड़िता से सगाई में खर्च हुई धनराशि और सामान की मांग की जाने लगी, जिस पर पीड़िता ने पुलिस में शिकायत दी। हालांकि, कोई कार्रवाई नहीं की गई। विधायक ने आरोप लगाया कि रिश्ता टूटने के बाद दोनों पक्षों में सामान और पैसों के लेन-देन पर विवाद हुआ। इस विवाद के कारण थाने के पुलिसकर्मी पीड़ित पर सामान वापस करने का दबाव बनाने लगे। उन्होंने पुलिसकर्मी पर 50 हजार रुपये की मांग करने का भी आरोप लगाया, लेकिन पीड़ित ने पैसे देने से इनकार कर दिया। मामले में कोई समाधान नहीं होने पर मंगलवार रात पुलिस कर्मी घर आए और पीड़ित के बीमार बेटे अनस को थाने ले गए। इसके बाद उस पर धारा 151 के तहत कार्रवाई कर दी गई।
क्या बोले एसीपी ?
एसीपी लोनी, सूर्यबली मोर्य ने बताया कि इस मामले में मुजफ्फरनगर पक्ष के लोगों की शिकायत आई थी। उनका आरोप था कि लड़की पक्ष करीब एक साल से नहीं आ रहा था और शादी नहीं कर रहा था। शादी नहीं करने पर वे हिसाब करने के लिए लोनी आए थे, लेकिन लड़की पक्ष हिसाब नहीं कर रहा था। इसी वजह से दोनों पक्षों में विवाद हो रहा था, और इस लिए अनस के खिलाफ धारा 151 के तहत कार्रवाई की गई। वहीं, दहेज के मामले में पीड़ित परिवार ने पुलिस को कोई शिकायत नहीं दी है।