घर लौटे मौलाना तौकीर रजा, 27 मार्च को ट्रायल कोर्ट में होंगे हाजिर; सरकार और मीडिया पर भड़के

Update: 2024-03-22 02:52 GMT

बरेली पुलिस मौलाना तौकीर रजा की तलाश में चार राज्यों में दबिश देने का दावा करती है, लेकिन पता नहीं लगा पाई। हाईकोर्ट से फौरी राहत मिलने के बाद ही मौलाना अपने घर लौट आए।

हाईकोर्ट से फौरी राहत मिलने के बाद इत्तेहादे मिल्लत कौंसिल (आईएमसी) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा बृहस्पतिवार को अपने घर पहुंचे। उन्होंने अपनी गैरमौजूदगी को लेकर सफाई दी और कहा कि भागे नहीं थे, कालीकट गए थे। वहां मोबाइल का नेटवर्क नहीं आ रहा था। मौलाना ने कहा कि वह कोर्ट का सम्मान करते हैं, हाईकोर्ट के आदेश अनुपालन में 27 मार्च को ट्रायल कोर्ट में हाजिर होंगे।

रात करीब साढ़े 11 बजे मौलाना तौकीर रजा ने पत्रकारों से वार्ता में कहा कि पहला समन जब जारी हुआ तो उन्हें जानकारी नहीं थी। पता लगने तक दो गैर जमानती वारंट जारी हो चुके थे। समन की भाषा से लगा कि मेरे खिलाफ साजिश की गई है।

उन्होंने कोर्ट पर टिप्पणी करते हुए स्थानीय नेताओं पर गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि समन की भाषा से यह साफ जाहिर था कि सांप्रदायिक शक्तियां प्रभावी हो गई हैं। कहा कि अपने देश के लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए संघर्ष करते रहे हैं।

सरकार और मीडिया पर भी भड़के मौलाना

मौलाना तौकीर रजा ने सरकार पर भी सवाल उठाए कि वह कार्यपालिका के जरिये देश में बेइमानी और सांप्रदायिकता फैलाने का काम कर रही है। वह लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारिता को भी बर्बाद करने पर तुली है।

लोकतंत्र के आखिरी किले न्यायपालिका पर भी दबाव बनाने की कोशिश कर रही है। मौलाना की तलाश में चार राज्यों में बरेली पुलिस की दस टीम लगातार शहरों व कस्बों को मथ रही थीं। दो सीओ के नेतृत्व में दबिशें स्थानीय स्तर पर भी चल रही थीं। इसके बाद भी पुलिस मौलाना का पता नहीं लगा सकी थी।

पुलिस नहीं लगा सकी थी मौलाना का पता

मौलाना की तलाश में चार राज्यों में बरेली पुलिस की 10 टीमें लगातार शहरों व कस्बों को मथ रही थीं। दो सीओ के नेतृत्व में दबिशें स्थानीय स्तर पर भी चल रही थीं। इसके बाद भी पुलिस मौलाना का पता नहीं लगा सकी थी। 

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