शिवयोग में मनेगी महाशिवरात्रि, होलिका पर होगा भद्रा का साया; फाल्गुन में पड़ेंगे ये त्योहार

By :  Shashank
Update: 2024-02-25 07:22 GMT

फाल्गुन महीने की शुरुआत आज से हो गई है। इस महीने में महाशिवरात्रि व होली समेत कई व्रत और त्योहार पड़ेंगे। इस महीने की पूर्णिमा पर चंद्रमा फाल्गुनी नक्षत्र में होते हैं जिस कारण इस महीने को फाल्गुन कहा जाता है। 

माघ पूर्णिमा के समापन के साथ ही हिंदू पंचांग के आखिरी महीने की शुरुआत हो गई है। शादी-विवाह, मुंडन और गृह प्रवेश के साथ ही रंग-बिरंगे त्योहार रंगभरी व होली के साथ ही महाशिवरात्रि भी मनाई जाएगी। महाशिवरात्रि पर शिवयोग समेत चार योग और होली पर ध्रुव योग समेत दो योग श्रद्धालुओं की मनोकामनाओं को पूरा करेंगे।

रंग और उमंग के महीने फाल्गुन की शुरुआत 25 फरवरी यानी आज से हो रही है और समापन होली के साथ 25 मार्च को होगा। इस महीने की पूर्णिमा पर चंद्रमा फाल्गुनी नक्षत्र में होते हैं जिस कारण इस महीने को फाल्गुन कहा जाता है। काशी विद्वत कर्मकांड परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य अशोक द्विवेदी के अनुसार महाशिवरात्रि पर सर्वार्थ सिद्धि योग, शिव योग, सिद्धि योग और श्रवण नक्षत्र का संयोग बन रहा है। सर्वार्थ सिद्धि योग में महाशिवरात्रि का होना शिवजी की विशेष कृपा देने वाला है। इस योग में व्रत और पूजा मनचाही सफलता दिलाएगी। सर्वार्थ सिद्धि योग शुक्रवार को होने से इसका शुभ प्रभाव और भी बढ़ जाता है।

पुष्य नक्षत्र में मनेगी रंगभरी एकादशी

काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सदस्य पं. दीपक मालवीय ने बताया कि रंगभरी एकादशी पर बाबा विश्वनाथ माता का गौना कराकर काशी की गलियों में निकलेंगे। आमलकी/रंगभरी एकादशी का आरंभ 19 मार्च को रात में 12 बजकर 22 मिनट से शुरू होकर 20 मार्च को रात में 2 बजकर 23 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि और पुष्य नक्षत्र में रंगभरी एकादशी का पर्व 20 मार्च को मनाया जाएगा।

ध्रुव और वृद्धि योगी में मनाई जाएगी होली

ज्योतिषाचार्य पं. दैवज्ञ कृष्ण शास्त्री ने बताया कि होली पर वृद्धि और ध्रुव योग का संयोग मिल रहा है। होलिका दहन पर भद्रा का साया भी है। 24 मार्च को होलिका दहन के दिन ही भद्रा भी लग रही है। भद्रा सुबह 9:54 बजे से रात 11:13 बजे तक है। भद्रा की पूंछ का समय शाम 6:33 बजे से शाम 7:53 बजे तक है। भद्रा का मुख का समय शाम 7:53 बजे से रात 10:06 बजे तक है।

पंचांग के अनुसार होलिका दहन के दिन पृथ्वी लोक पर भद्रा का वास सुबह 09:54 बजे से दोपहर 02:20 बजे तक है, पृथ्वी लोक की भद्रा ही हमारे लिए प्रभावी मानी जाती है। इसलिए इस समय कोई काम नहीं करते, वहीं पाताल लोक भद्रा का वास दोपहर 02:20 बजे से रात 11:13 बजे तक है। ऐसे में होलिका दहन का मुहूर्त रात 11.13 बजे से रात 12.07 बजे तक है।

फाल्गुन मास 2024 के व्रत और त्योहार

  • 25 फरवरी (रविवार) – फाल्गुन माह शुरू
  • 28 फरवरी (बुधवार) – द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी
  • 1 मार्च (शुक्रवार) – यशोदा जयंती
  • 3 मार्च (रविवार)- शबरी जयंती, भानु सप्तमी
  • 4 मार्च (सोमवार) – जानकी जयंती
  • 6 मार्च (बुधवार) – विजया एकादशी
  • 8 मार्च (शुक्रवार) – महाशिवरात्रि, प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि, पंचक शुरू
  • 10 मार्च (रविवार) – फाल्गुन अमावस्या
  • 12 मार्च (मंगलवार) -फुलेरा दूज, रामकृष्ण जयंती
  • 13 मार्च (बुधवार) – विनायक चतुर्थी
  • 14 मार्च (गुरुवार) – मीन संक्रांति
  • 20 मार्च (बुधवार) – आमलकी व रंगभरी एकादशी
  • 22 मार्च (शुक्रवार) – प्रदोष व्रत
  • 24 मार्च (रविवार) – होलिका दहन, फाल्गुन पूर्णिमा व्रत
  • 25 मार्च (सोमवार)- होली, चैतन्य महाप्रभु जयंती, चंद्र ग्रहण
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