पहली पत्नी से लव मैरिज...दूसरी के लिए बदला धर्म; पारिवारिक पृष्ठभूमि चौंकाने वाली
धर्मांतरण कर आशीष गुप्ता से मोहम्मद यूसुफ बने नायब तहसीलदार को लेकर नया खुलासा हुआ है। नायब तहसीलदार ने पहले रिश्ते में प्रेम विवाह किया था। दूसरी के लिए धर्म बदल लिया। अब मामले में मुस्लिम युवती के मौसा और दो मस्जिदों के मुअज्जिनों को जेल भेज दिया गया है।
धर्मांतरण कर दूसरी शादी के आरोपी हमीरपुर के मौदहा में तैनात नायब तहसीलदार आशीष गुप्ता की पारिवारिक पृष्ठभूमि चौंकाने वाली रही है। नायब तहसीलदार बनने से पहले आशीष तीन सरकारी नौकरियां छोड़ चुका था। उसने पहली शादी भी रिश्ते में ही की थी। पिता मामूली व्यवसाय करते थे, लेकिन बीते कुछ वर्षों में करोड़ों की हैसियत हो गई।
खास बात यह कि पहली पत्नी द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में उसने अपने घर का पता भी सही नहीं लिखाया है। नौबस्ता के नारायणपुरी में रहने वाला आशीष गुप्ता तीन सरकारी नौकरियां छोड़ने के बाद नायब तहसीलदार बना। उसने पहली शादी रिश्ते में बहन लगने वाली आरती गुप्ता से की थी।
दोनों का प्रेम-विवाह हुआ था। उसका हमीरपुर के मौदहा में मदद मांगने वाली गैर समुदाय की महिला से प्रेम प्रसंग हो गया। इस मामले ने तूल तब पकड़ा जब आशीष के धर्म परिवर्तन करने के बाद मस्जिद में नमाज पढ़ने का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। पता चला कि आशीष से यूसुफ बन गया और युवती से निकाह कर लिया।
कार्रवाई की संस्तुति, जेल भेजे गए तीन आरोपी
मौदहा तहसील में तैनात नायब तहसीलदार आशीष गुप्ता का धर्मांतरण करा निकाह कराने के मामले में मुस्लिम युवती के मौसा व दो मस्जिदों के मुअज्जिनों को जेल भेज दिया गया। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अरुण कुमार मिश्रा ने बताया कि बिना तलाक दूसरी शादी करने के मामले में नायब तहसीलदार आशीष गुप्ता के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति कर शासन को रिपोर्ट भेजी गई है। आशीष गुप्ता को मौदहा तहसील से हटाकर कलक्ट्रेट से संबद्ध किया गया है।
हमीरपुर जिले की मौदहा तहसील में तैनात नायब तहसीलदार आशीष गुप्ता का धर्मांतरण करा निकाह कराने के मामले में मुस्लिम युवती के मौसा व दो मस्जिदों के मुअज्जिनों को जेल भेज दिया गया। नायब तहसीलदार के खिलाफ विभागीय जांच कर शासन में कार्रवाई की संस्तुति कर रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। उन्हें कलक्ट्रेट से संबद्ध कर दिया गया है।
नायब तहसीलदार आशीष गुप्ता द्वारा यूसुफ बनकर मस्जिद में नमाज पढ़ने का फोटो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। साथ ही मुस्लिम युवती से निकाह करने की बात सामने आई। कानपुर निवासी नायब तहसीलदार की पत्नी आरती ने पति समेत मौदहा निवासी मुस्लिम युवती, उसके पिता, मौसा कुतुबुद्दीन व मस्जिद के मुअज्जिन मुश्ताक के अलावा पांच अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने कुतुबुद्दीन, मुश्ताक और जांच में आरोपी मिले असगर को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
हमीरपुर के कोतवाली थाने में दर्ज कराई है एफआईआर
आशीष के पिता राजाबेटा गुप्ता नौबस्ता के हनुमानगढ़ी मंदिर के बाहर ठेले पर मिठाई बेचते हैं। परिवार में पत्नी उमा देवी व दो बेटे आशीष व अंशज उर्फ प्रिंस हैं। मोहल्ले के लोगों के मुताबिक आशीष की पहली नौकरी फील्ड गन फैक्टरी में लगी थी। इसके बाद कानपुर देहात के अकबरपुर पुखरायां में लेखपाल के पद पर तैनात हुआ, फिर काननूगो बना।
इसके बाद मौदहा में नायब तहसीलदार की नौकरी मिली थी। अशीष की पत्नी आरती ने जो एफआईआर हमीरपुर के कोतवाली थाने में दर्ज कराई है। उसमें अपना पता 14 एच, हनुमंत विहार लिखा है, जबकि सही पता पता 791/29 नारायणपुरी नौबस्ता है।
आचरण नियमावली का किया उल्लंघन धूमिल हुई प्रशासन की छवि
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अरूण कुमार मिश्र ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक आचरण नियमावली का सभी सेवकों का पालन करना चाहिए। बताया कि नायब तहसील पत्नी आरती गुप्ता की तहरीर के आधार पर जो मामला दर्ज हुआ है।
इसके अनुसार, उन्होंने आचरण नियम-29 का उल्लंघन किया है। जिसमें दिया है कि बहुविवाह नहीं करना चाहिए। वहीं नियम-3 के अनुसार सत्यनिष्ठा को संदिग्ध नहीं करना चाहिए, जिसमें शासन प्रशासन की छवि धूमिल हो।