तीसरे दिन भी वकीलों की हड़ताल जारी,कोर्ट परिसर में वकील बैठे रहे धरने पर

Update: 2024-11-06 10:38 GMT

। कोर्ट परिसर में वकील बैठे रहे धरने पर

। सर्वोच्च न्यायालय ने जाहिर की नाराजगी

मोहसिन खान

गाजियाबाद। जिला जज के कोर्ट रूम में 29 अक्टूबर को एक मामले की सुनवाई के दौरान अधिवक्ताओं और न्यायिक अधिकारियों के बीच तीखी नोंकझोक हो गई थी। उसके बाद सैकड़ों की संख्या में वकीलों के कोर्ट रूम में जमा होने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और अधिवक्ताओं पर दौरान लाठी चार्ज कर दिया।

एसोसिएशनों के बीच हड़ताल को लेकर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जाहिर की गई नाराजगी को कोई असर नहीं दिख रहा है। गाजियाबाद जिला न्यायालय परिसर में चल रहा वकीलों का विरोध प्रदर्शन पर बुधवार को तीसरे दिन भी जारी है। वादकारी मामले में सुनवाई न हो पाने से परेशान हैं। सोमवार से शुरू हुई हड़ताल के बाद वादकारी किसी तरह से कचहरी तक पहुंचते हैं और सब बंद देखकर बैरंग लौट जाते हैं। हालांकि कोर्ट खुली हुई हैं और मामलों में तारीख भी मिल रही हैं लेकिन वकीलों के अदालत में पेश न होने के कारण मामलों की सुनवाई आगे नहीं बढ़ पा रही है।

हड़ताल से वादकारी की परेशानी बढ़ी

मुरादनगर निवासी प्रवीण त्यागी ने बताया कि अपनी बेटी की दहेज उत्पीड़न के चलते हुई मौत के मामले में कोर्ट आए थे। प्रवीण त्यागी ने बताया मेरी बेटी मीनाक्षी की शादी 2016 में हुई थी और 2017 में बेटी के ससुराल वालों ने दहेज की मांग को लेकर उसे जहर देकर मार डाला। मामले में बेटी के पति और ससुराल वाले गिरफ्तार कर लिए गए थे। उसी मामले सुनवाई के लिए कचहरी पहुंचे प्रवीण त्यागी हड़ताल के चलते परेशान नजर आए। हड़ताल के चलते सबसे ज्यादा परेशानी जमानत के मामलों में हो रही है, लेकिन जिला जज को हटाए जाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे अधिवक्ताओं की हड़ताल जल्दी खत्म होने के आसार नहीं दिख रहे।

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