सूरज की तपिश ने रसोई का बजट बिगाड़ा, गर्मी में आवक कम होने से बढ़े सब्जियों के दाम, जाने कब मिलेगी राहत

Update: 2024-05-23 06:25 GMT

गाजियाबाद। नवीन सब्जी मंडी में गर्मी में आवक कम आने के कारण सब्जियों के दाम दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। इसका सीधा असर ग्राहकों की जेब खर्च पर पड़ रहा है और उन्हें सब्जियों के खरीदने के लिए अधिक खर्च करना पड़ रहा है। वहीं सब्जी मंडी में करेला, तोरई 40 रुपये प्रतिकिलो तो भिंडी 45 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा हैं। मंडी समिति के अधिकारियों का कहना है कि एक सप्ताह बाद सब्जियों के दाम कम हो सकते हैं।

आढ़तियों का कहना है कि गर्मी बढ़ने से हरी सब्जियों की मांग अधिक बढ़ गई है। इसके चलते सब्जियों के दाम भी बढ़ गए हैं। पिछले सप्ताह अचानक आलू के दाम बढ़ने शुरू हो गए थे। फुटकर में आलू 35 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा था लेकिन आलू की आवक बढ़ने से उसके दाम भी कम हो गए हैं। अब फुटकर में आलू 26 रुपये प्रतिकिलो और मंडी में 20 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा है।

इमरान ने बताया कि गर्मी बढ़ने के साथ सब्जियों के दाम भी बढ़ते जा रहे हैं। इससे आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। बढ़ते सब्जियों के दाम से घर खर्च भी चलाना भारी पड़ रहा है। व्यापारी मदन ने बताया कि हरी सब्जियों के दाम बढ़ते जा रहे हैं। भीषण गर्मी में हरी सब्जी ज्यादा दिन तक रख नहीं सकते। इसे रोजाना खरीदनी बेचनी पड़ती है जो सब्जी बच जाती है वो खराब हो जाता है। कोई भी हरी सब्जी 40 रुपये प्रतिकिलो से नीचे नही मिल रहा है जिससे रोजाना का लगभग तीन हजार का नुकसान हो रहा है।

अगले एक सप्ताह बाद सब्जियों के दाम हो सकते हैं सामान्य

मंडी सचिव देवेंद्र वर्मा ने बताया कि गर्मी में हरी सब्जी जल्दी खराब हो जाती है। इसलिए मंडी में कम आवक पहुंच रहे है। हरी सब्जी आस-पास के इलाकों से ही आती है। आवक कम होने की वजह से दाम बढ़े हैं। मानसून आने से अगले एक सप्ताह में सब्जियों के दाम कम होने की उम्मीद है।

सब्जियों के एक सप्ताह पहले और अब के दाम

सब्जियांपहले के दामअब के दाम

तोरई

 30

 40

लौकी 

14 

25

भिंडी 

35

 45

करेला

 20

 40

खीरा 

10 

25

शिमला मिर्च 

26

 40

लहसून

 80 

150

टमाटर

 20

 25

हरी मिर्च

 25

 50


Tags:    

Similar News