सावन के दूसरे सोमवार को काशी हुई शिवमय: आस्था का सैलाब, गौरी-शंकर से सजे होंगे काशी विश्वनाथ
By : Abhay updhyay
Update: 2023-07-17 06:27 GMT
आज है सावन का दूसरा सोमवार वाराणसी की गलियां और सड़कें सभी शिवमय हो गयी हैं. आज शाम को काशी विश्वनाथ मंदिर में गौरी-शंकर का विशेष शृंगार भी होगा. भोले के आशीर्वाद के लिए रात से ही गोदौलिया और मैदागिन तक कांवरियों और श्रद्धालुओं की कतारें लगी रहीं। सोमवार सुबह आठ बजे तक करीब एक लाख 90 हजार श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद लिया।
अगर आप विश्वनाथ धाम जाएं तो इन बातों का ध्यान रखें
- भक्तों को मंदिर में प्रवेश करने से पहले अपने जूते-चप्पल बाहर ही उतारने चाहिए। ताकि, उन्हें दर्शन के बाद असुविधा न हो.
- फूल-माला, छोटे बर्तन में दूध/पानी और मनी पर्स के अलावा सभी सामग्री का प्रवेश धाम में प्रतिबंधित रहेगा।
- स्पर्श दर्शन और सुगम दर्शन की सुविधा पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगी। जारी किए गए सभी दैनिक पास अमान्य रहेंगे।
- जो दर्शक मैदागिन चौराहे की ओर से आएंगे वे गेट नंबर-चार के पास बने चेकिंग प्वाइंट से प्रवेश करेंगे। दर्शन के बाद नंदू फारिया निकास द्वार से निकल जाएंगे।
- गोदौलिया चौराहे की ओर से आने वाले दर्शनार्थी ढुंढिराज गणेश चेकिंग प्वाइंट से बांसफाटक होते हुए कोतवालपुरा में प्रवेश करेंगे। दर्शन के बाद नंदू फारिया निकास द्वार से निकल जाएंगे।
- दशाश्वमेध घाट की ओर से आने वाले दर्शनार्थी सरस्वती फाटक से प्रवेश करेंगे तथा वाईएसके-2 चेकिंग प्वाइंट से दर्शन के बाद सरस्वती फाटक से बाहर निकलेंगे।
- जो दर्शनार्थी नंदू फारिया प्रवेश द्वार से प्रवेश करेंगे, वे YSK-1 चेकिंग प्वाइंट से गुजरेंगे और दर्शन के बाद नंदू फारिया निकास द्वार से निकल जायेंगे।
- ललिता घाट की ओर से आने वाले पर्यटक भैरव गेट, लाइब्रेरी रैंप चेकिंग प्वाइंट से प्रवेश करेंगे। दर्शन के बाद चौक पूर्वी निकास द्वार से ललिता घाट की ओर प्रस्थान करेंगे.