गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर में अनाज घोटाले की जांच सीबीसीआईडी को सौंपी
सोनू सिंह
गाजियाबाद। गाजियाबाद में 2018 में अनाज घोटाले पर सीबीसीआईडी शिकंजा कसेगा। गाजियाबाद और उसके आसपास के जिलों में 14 मुकदमों की विवेचना की जा रही है।
2018 में गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, मथुरा, मेरठ, फिरोजाबाद और आगरा समेत कई जिलों में राशन घोटाला हुआ था। कोटेदारों द्वारा एक ही आधार कार्ड पर कई कई बार राशन उठाया गया था। शासन स्तर से जांच में धांधली सामने आने के बाद कोटेदारों के लाइसेंस निलंबित करने के साथ ही मुकदमा भी दर्ज कराया गया था। जिसकी जांच पहले एसटीएफ और फिर ईओडब्लू को सौंपी गई थी। अनाज घोटाले में दर्ज 132 मुकदमों की विवेचना आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा सीबीसीआईडी को स्थानांतरित की गई थी।
यह केस थाना कविनगर, कोतवाली, इंदिरापुरम, लोनी, खोड़ा, मोदीनगर, मुरादनगर में दर्ज कराए गए। घोटाले में दर्ज 132 की विवेचना अपराध सीबीसीआईडी को आधारित की गई थी। टीम गाजियाबाद को बनाया गया है। विवेचन में अन्य आरोपी में नाम प्रकाश में आये हैं। सीबीआईडी की पांच इंस्पेक्टर सहित 15 लोगों की टीम गाजियाबाद में जांच करेगी। जरूरत होने पर छापेमारी करेगी। कोटेदारों से पूछताछ के साथ ही जिन लोगों के राशनकार्ड पर अनाज बांटा गया है उनके बयान भी दर्ज किए जाएंगे।
मुकदमों में मुख्य आरोपी कंप्यूटर आपरेटर और राशन डीलर को बनाया गया है। विवेचना में अन्य आरोपी में नाम प्रकाश में आने हैं। सीबीसीआईडी की पांच इंस्पेक्टरों सहित 15 लोगों की टीम गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर में जांच करेगी। जरूरत होने पर वह छापेमारी करेगी। कोटेदारों से पूछताछ के साथ ही जिन लोगों के राशनकार्ड पर अनाज बांटा गया है उनके बयान भी दर्ज किए जाएंगे।