आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर ने किया तीसरे मोर्चे का गठन, इंडिया गठबंधन पर कही ये बात
मौलाना तौकीर रजा खां ने कहा कि अब हमारी कोशिश है कि हम आगे रहकर बराबरी की बात करें। हमारे हक हमें मिलने चाहिए। अगर हमें गुलाम बनाकर हमारे वोट लेने तक हमें सीमित किया जाता है तो कथित सेकुलर पार्टियों को इसका जवाब दिया जाएगा।
इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां ने तीसरे मोर्चे का गठन किया है। उन्होंने इसकी घोषणा दिल्ली के इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर में एक बैठक के बाद की है। बैठक में मुस्लिम, दलित व पिछड़ा वर्ग से अपने-अपने क्षेत्र में राजनीतिक पहचान रखने वाले दलों के नेताओं के अलावा इंडिया गठबंधन के संभावित सहयोगियों के प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक में यह भी तय हुआ कि मुस्लिम, दलित और पिछड़ा वर्ग के साथ हो रही नाइंसाफी के खिलाफ सब एक साथ खड़े होंगे।
मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि इंडिया गठबंधन बनने के बाद लगा था कि भाजपा को हराने के लिए मजबूत गठबंधन सामने आया है, लेकिन कांग्रेस की नीतियों से गठबंधन बिखरता महसूस हो रहा है। भाजपा और आरएसएस जैसी शक्तियों से मुकाबला करने की क्षमता और इच्छा किसी में नजर नहीं आ रही है। मुस्लिमों, दलितों को नजर अंदाज किया जा रहा है।
'सरकार के दबाव में सभी एजेंसियां'
मौलाना ने कहा कहा कि हमारे हक हमें मिलने चाहिए। जो भी पार्टी इन सब में हमारे साथ हैं उनसे बात की जाएगी। अगर हमें गुलाम बनाकर हमारे वोट लेने तक हमें सीमित किया जाता है तो कथित सेकुलर पार्टियों को इसका जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ही नहीं, देश की सभी एजेंसियां सरकार के दबाव में काम कर रही हैं।
आईएमसी के मीडिया प्रभारी मुनीर इदरीसी के अनुसार तमाम मुद्दों पर गठबंधन की तरफ से देश की सेक्युलर पार्टियों को निमंत्रण दिया गया है। साथ ही ईवीएम पर बैन लगाकर बैलेट पेपर से चुनाव कराने की भी मांग की है।