मस्तमौला युवक कैसे बना सेना का कमांडो? अभी मैं जिंदा हूं मां... बनाई जा रही बायोग्राफी
बलिदानी कैप्टन शुभम गुप्ता के जीवन पर निर्माता-निर्देशक रंजीत सामा 30 मिनट की बायोग्राफी बना रहे हैं। इस बायोग्राफी की शूटिंग शुरू हो गई है।
कैसे एक मस्तमौला युवक सेना का कमांडो बनता है और देश के लिए बलिदान हो जाता है। आगरा के लाल कैप्टन शुभम गुप्ता की ये कहानी जल्द स्क्रीन पर होगी। अभी मैं जिंदा हूं मां... नाम से बन रही बायोग्राफी की शूटिंग शुरू हो गई है।
प्रतीक एन्क्लेव निवासी कैप्टन शुभम गुप्ता 22 नवंबर को राजोरी में आतंकियों का सामना करते हुए शहीद हो गए। उनकी शहादत पर पूरा शहर रो उठा। उनके 27 साल के जीवन को फिल्म निर्माता-निर्देशक रंजीत सामा 30 मिनट की बायोग्राफी में समेटने वाले हैं। उन्होंने बताया कि बायोग्राफी का लेखन और निर्देशन हेमंत वर्मा करेंगे।
हेमंत वर्मा को अंग्रेजी फिल्म एडेंजर्ड हेरिटेज वर्ली आर्ट के लिए बेस्ट प्रमोशनल डॉक्यूमेंट्री फिल्म के लिए भारत सरकार से राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है। इन्होंने बताया कि इसकी शूटिंग शुरू करते हुए गाना भी शूट कर लिया है। ये बायोग्राफी यू-ट्यूब पर जारी होगी। बलिदानी के परिजन से भी अनुमति ले ली है और कई फुटेज भी मिल चुके हैं।
गीत संजय दुबे ने लिखे हैं और संगीत दिलीप ताहिर दे रहे हैं। कैप्टन के पिता डीजीसी क्राइम बसंत गुप्ता ने बताया कि महज 27 साल की उम्र में बेटा पूरे देश के लिए मिसाल बन गया। बायोग्राफी के जरिये बेटे की बहादुरी स्क्रीन पर आएगी। इससे युवाओं को भी देशभक्ति की प्रेरणा मिलेगी।