Health: बलरामपुर में इमरजेंसी के बाहर एंबुलेंस में पड़ा रहा मरीज, मौत
Health: लखनऊ। बलरामपुर अस्पताल के इमरजेंसी के बाहर 60 वर्षीय बुजुर्ग को परिजन एसजीपीजीआइ से बलरामपुर अस्पताल लेकर आए। 45 मिनट तक वह एंबुलेंस में ही पड़े रहे। इसके बाद मरीज को केजीएमयू भेजा गया, लेकिन बीच रास्ते में ही उनकी मृत्यु हो गई। परिजनों ने अस्पताल के चिकित्सकों पर समय पर इलाज न करने का आरोप लगाया है। वहीं अस्पताल प्रशासन ने मामले पर कार्रवाई की बात कही है।
निगोहां निवासी 60 वर्षीय जयराम दुर्घटना में घायल हो गए थे। इसके बाद उन्हें एसजीपीजीआई के अपेक्स ट्रामा सेंटर में भर्ती किया गया था। यहां पर बहुत दिनों तक भर्ती रहने और इलाज में काफी खर्च हो गया था ।परिजनों ने इसके बाद मरीज को बलरामपुर अस्पताल में इलाज करवाने का निर्णय लिया। एंबुलेंस से आक्सीजन सपोर्ट पर मरीज को लेकर बलरामपुर अस्पताल पहुंचे।
मरीज के भतीजे अमृत का आरोप है के इमरजेंसी में बैठे डाक्टर ने यहां पर रेफरल लेटर की मांग की। वह परिजन के पास नहीं था। इसके बाद काफी देर तक परिजनों ने इलाज के लिए चिकित्सक से कहा लेकिन उन्होंने नहीं सुना। इस बीच आधे घंटे से अधिक समय तक एंबुलेंस में ही मरीज लेटा रहा। अंत में परिजन मरीज को केजीएमयू ले जाने लगे लेकिन रास्ते में ही उनकी मृत्यु हो गई। परिजनों ने पूरे प्रकरण की शिकायत उपमुख्यमंत्री से करने की बात कही है।
मरीज को पहले से ही गंभीर परेशानी थी। चिकित्सक ने उनसे बीमारी के पुराने पेपर मांगे थे जिस आधार पर वह इलाज प्रक्रिया तय कर पाए। परिजनों के पास ऐसे कोई पेपर नहीं थे। परिजन मरीज को भी इमरजेंसी के अंदर तक नहीं लाए।
डा. जीपी गुप्ता, सीएमएस, बलरामपुर अस्पताल