हरियाणा हिंसा: राज्य सरकार पर बरसीं मायावती, कहा कानून-व्यवस्था पूरी तरह फेल

Update: 2023-08-02 09:24 GMT

बसपा प्रमुख मायावती ने कहा है कि देश की राजधानी दिल्ली के निकट हरियाणा में साम्प्रदायिक दंगे भड़कना और उसका गुड़गांव आदि में लगातार फैलना अति-दुःखद है। लोगों की संपत्ति का भारी नुकसान यह साबित करता है कि मणिपुर की तरह हरियाणा में भी कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो गयी है. वहां का ख़ुफ़िया तंत्र निष्क्रिय है. कहा कि इस मामले में केंद्र सरकार को हरियाणा की मदद करनी चाहिए.मायावती ने बुधवार को बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि जैसा कि हरियाणा सरकार ने दावा किया है, दंगे वीएचपी की यात्रा पर पथराव आदि के कारण शुरू हुए. इससे यह स्पष्ट है कि हरियाणा सरकार यात्रा को सुरक्षा प्रदान करने में विफल रही है. कुल मिलाकर इससे वहां की सरकार की नीति, नियत और कार्यशैली पर सवाल खड़ा हो गया है. जब वहां की सरकार प्रस्तावित यात्रा, यहां तक कि जुलूस को भी सुरक्षा मुहैया नहीं करा सकती तो ऐसे आयोजन की इजाजत क्यों देती है. यह सवाल हर सरकार को खुद से पूछना चाहिए।नूंह की घटना को देखकर ऐसा लगता है कि हरियाणा में दंगों और आगे होने वाली हिंसा को रोकने की मंशा नहीं है जो चिंताजनक है. वैसे भी, चाहे मणिपुर हो या हरियाणा समेत अन्य राज्यों की शर्मनाक घटनाएं, दंगों और हिंसा को किसी भी राज्य सरकार को राजनीति और संकीर्ण स्वार्थसिद्धि का जरिया नहीं बनने देना चाहिए। लोगों के जीवन, संपत्ति और धर्म की सुरक्षा राज्य सरकार की संवैधानिक जिम्मेदारी बन जाती है। बसपा ने प्रदेश में चार बार शासन कर कानून-व्यवस्था बेहतर बनाई।बीएसपी की मांग है कि हरियाणा राज्य सरकार सुरक्षा व शांति के लिए गंभीरता से प्रयास करे. केंद्र सरकार को भी राज्य सरकार की मदद के लिए आगे आना चाहिए ताकि वहां के हालात और न बिगड़ें. इसकी आशंका के चलते दिल्ली, यूपी समेत अन्य राज्यों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है, जो एक उचित कदम भी है. उन्होंने हरियाणा और इसके आसपास के राज्यों से शांति बनाने की अपील की.

मुख्यमंत्री ने शांति कायम रखने की अपील की

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बुधवार को कहा कि हरियाणा के नूंह जिले में हिंसा में छह लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. नूंह हादसे में जान गंवाने वालों में दो होम गार्ड और चार नागरिक शामिल हैं. मुख्यमंत्री ने लोगों से राज्य में शांति कायम रखने की अपील की है.हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य पुलिस की 30 कंपनियां और केंद्रीय सुरक्षा बलों की 20 कंपनियां तैनात की गई हैं. केंद्रीय सुरक्षा बल की 20 कंपनियों में से हमने पलवल में 3, गुरुग्राम में 2, फरीदाबाद में 1 और नूंह में 14 कंपनियों को तैनात किया है। अब तक 116 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्हें रिमांड पर लिया जाएगा.|

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