गाजियाबाद। इंदिरापुरम क्षेत्र में एक सोसाइटी में रहने वाले एक व्यक्ति ने हथौड़ा लेकर रात में 8.30 बजे उस पत्थर को तोड़ा जिस पत्थर पर स्वीमिंग पूल के उद्घाटन का जिक्र था और इस पत्थर पर पूर्व मेयर अशु वर्मा का नाम लिखा था। इस सोसाइटी की पूर्व अध्यक्ष और भाजपा कार्यकर्ता ने इस मामले में थाने में एफआईआर दर्ज कराई। पूर्व मेयर अशु वर्मा ने कहा कि वैसे तो शिलान्यास का पत्थर तोड़ने वाले किसी भी व्यक्ति का इतना संज्ञान नहीं लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक सभ्य समाज में ऐसी हरकतें अच्छी नहीं मानी जाती हैं और जिस सोसाइटी का ये मामला बताया जा रहा है वहां शिक्षित लोग रहते हैं। मेरे ख्याल से ऐसी हरकतें करने वाले व्यक्ति को मानसिक रूप से विकृत माना जाता है।
अशु वर्मा ने कहा कि दरअसल यह मेरे नाम पर हथौड़ा मारने से ज्यादा आरडब्लूए का आपसी विरोध है। यहां पर दोनों पक्षों में पूर्व से विवाद है और इसी के चलते एक व्यक्ति ने ऐसा कृत्य किया। मैंने माना कि यह विवाद है और इसका समाधान होना चाहिए। लेकिन पत्थर तोड़ने से अच्छा संदेश नहीं जाता है इससे उन्हें बचना चाहिए था। पूर्व मेयर अशु वर्मा ने कहा कि क्रिया की प्रतिक्रिया कई तरीकों से हो सकती है लेकिन हो सकता है कि पत्थर तोड़ने वाले को यही तरीका सही लगा हो। बहरहाल राजनीति और सभ्य समाज में ऐसी हरकतों के लिए कोई स्थान नहीं है।