Gorakhpur News: गोरखपुर से हवाला की रकम पहुंचाई जाती है नेपाल, पकड़े गए दो बदमाश
महराजगंज में मुठभेड़ के दौरान पकड़े गए गोरखपुर के दो शातिर बदमाश प्रवीण और रामप्रवेश राजभर लूट और चोरी जैसी वारदात में पहले भी गोरखपुर से जेल जा चुके हैं। दरअसल, ये दोनों हवाला के धंधेबाजों को ही निशाना बनाते हैं, ताकि शिकायत करने कोई आगे न आए और फिर आसानी से बच जाएं। खबर है कि गोरखपुर के रास्ते से ही नेपाल तक हवाला की रकम पहुंचाई जाती है। इसके बदले कॅरिअर को महज पांच हजार रुपये ही मिलते हैं।
बताया गया कि प्रवीण इसके पहले चिलुआताल में सात लाख रुपये लूट में भी जेल गया था। उस समय भी हवाला की रकम होने की बात सामने आई थी, लेकिन जिस व्यापारी के साथ घटना हुई थी, उसने सात लाख का हिसाब दे दिया था। एक बार फिर हवाला का मामला सामने आने पर आईजी जे रविंद्र ने पूरे प्रकरण की जांच का आदेश दे दिया है।
जानकारी के मुताबिक, यह मामला नया नहीं है। ऐसी ही रकम की लूट गोरखपुर में 2021 में पुलिस वालों ने भी की थी। तब बस्ती में तैनात दो दरोगा समेत चार लोगों को जेल भेजा गया था। सामने आया था कि 31 दिसंबर 2021 को शाहपुर के खजांची चौक के पास महराजगंज के व्यापारी सुशील वर्मा के साथ कस्टम अफसर बनकर लूट की गई थी। सुशील की घंटाघर में सोने चांदी की दुकान है।
सुशील की तहरीर पर केस दर्ज किया गया था। इस घटना में भी दरोगा धर्मेंद्र यादव व तीन अन्य शामिल थे। आरोपी दरोगा ने कबूल किया कि शैलेश यादव और दुर्गेश अग्रहरि मुखबिरी करते थे और फिर वह वारदात को अंजाम देता था। इसी तरह से महराजगंज से व्यापारी के आने की सूचना मिली थी।
पता चला था कि व्यापारी के पास कोई कागजात नहीं है। चांदी तस्कर का है। इसके बाद ही कस्टम अफसर बनकर रोका और फिर चेकिंग के नाम पर चांदी लूटकर फरार हो गए थे। लेकिन, इस मामले में पुलिस ने आरोपियों के पकड़े जाने के बाद तहरीर ली थी।
गोरखपुर रेंज आईजी जे रविंद्र ने कहा कि पीड़ित ने पुलिस को दो लाख रुपये लूट की सूचना दी थी। लेकिन, आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद 56 लाख रुपये नकद, 275 ग्राम सोना, 1150 ग्राम चांदी बरामद किया गया है। इसका हिसाब पीड़ित नहीं दे पा रहा है। इस वजह से संदेह है कि हवाला की रकम है। महराजगंज एसपी को पूरे प्रकरण की जांच के लिए टीम गठित करने का आदेश दिया गया है। गोरखपुर पुलिस भी मदद करेगी और पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जाएगा।