टीएचए में आखिर नहीं बन पाया सरकारी अस्पताल, जाने क्या है कारण
गाजियाबाद। गाजियाबाद ट्रांस हिंडन क्षेत्र(THA) में कोई सरकारी अस्पताल नहीं होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। लोग इलाज के लिए दूर-दराज के अस्पताल में जाते है। हर चुनाव में अस्पताल बनाने का आश्वासन दिया जाता है लेकिन चुनाव जीतने के बाद नेता अस्पताल बनाना भूल जाते हैं। आवास विकास परिषद ने सेक्टर 6 में आवास अस्पताल के लिए जमीन चिन्हित कर रखी है लेकिन बदले में इसका शुल्क एक करोड़ रुपए मांग रहा है। स्वास्थ्य विभाग यह शुल्क अदा करने में असमर्थता व्यक्त करते आया है। वहीं पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान इंदिरापुरम के मकनपुर में नगर निगम की जमीन अस्पताल के लिए चिह्नित की गई थी लेकिन यह जमीन अस्पताल के मानक के अनुसार कम पर गई इसलिए इसे रद्द कर दिया गया।
इस समस्या पर सामाज सेवक अरुण तोमर ने बताया कि मेरे घर में मेरी माता और बड़े भाई गंभीर बीमारी हार्ट के मरीज हैं। जिनकी तबियत अचानक खराब हो जाती है जिन्हें लेकर अन्य राज्य या दूर-दराज के हॉस्पिटल में जाना पड़ता है जिससे समय व्यर्थ होता है और बेहतर उपचार न मिलने की समस्या बनी रहती है। वहीं कई बार बेहतर उपचार पाने के लिए प्राइवेट अस्पताल में जाना पड़ जाता है जहां उनका बिल लाखों में आता है।
बता दें कि इन क्षेत्रों में लगभग 20 लाख की आबादी है जो इस समस्या से परेशान है। कई बार यहां के लोगों द्वारा हॉस्पिटल बनाने की पहल की जा चुकी है और हॉस्पिटल बनने के लिए शान्ति पूर्वक प्रदर्शन भी किए गए हैं लेकिन प्रशासन की ओर से अभी तक इस पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है। वहीं यहां के लोगों का कहना है कि चुनाव के समय ही बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं लेकिन बाद में सब भूल जाते हैं। यहां पर जल्द ही अस्पताल बनाने की जरूरत है ताकि लोगों को समय पर बेहतर उपचार मिल सके।