Gorakhpur News: बिना बरसे वापस लौटा दक्षिण-पश्चिम मानसून, अब पूरे महीने सताएगी गर्मी
आमतौर पर सितंबर में अच्छी बारिश के बाद अक्तूबर में तापमान कम होने लगता है। लेकिन, इस बार सितंबर ने झटका दिया। बारिश तो कम हुई ही, तेज धूप के चलते उमस भरी गर्मी बनी रही। सितंबर के अंतिम तारीख को बादल व बारिश शुरू होने के बाद अक्तूबर में गुड फील की उम्मीद थी। लेकिन, बादलों के धूप-छांव के बीच बारिश की संभावना अब खत्म हो चुकी है।
मंगलवार को सुबह से ही निकली चटक धूप ने जून जैसी गर्मी का एहसास करा दिया। दोपहर की तीखी धूप से लोग बेचैन हो गए। मौसम के जानकारों का बताना है कि पिछले साल अक्तूबर में तापमान 32 डिग्री सेल्सियस के आसपास जरूर था, लेकिन न्यूनतम तापमान 20 डिग्री हो गया था, जिसकी वजह से लोगों की रात आरामदायक थी। लेकिन इस बार रात में भी उमस भरी गर्मी बनी हुई है। मौसम वैज्ञानिक सफीक सिद्दीकी ने बताया कि अब ठंड के लिए लोगों को और इंतजार करना पड़ेगा।
नवंबर के प्रथम सप्ताह में मिलेगी राहत
मंगलवार को बारिश का पूर्वानुमान था, लेकिन तीखी धूप और उमस भरी गर्मी ने परेशान किया। अभी पूरे महीने ऐसे ही हालात रहने की संभावना है। हालांकि आर्द्रता 75 के आसपास रहने की वजह से सुबह ओस पड़ने की संभावना है, लेकिन इससे दिन के तापमान में कमी नहीं आएगी। क्योंकि दोपहर में अभी आर्द्रता 50 से 55 के बीच रहने की संभावना है। आर्द्रता कम होने की वजह से अभी गर्मी का अहसास तेज होगा।
स्वास्थ्य प्रभावित करेगा ऐसा मौसम
जनरल फिजिशियन डॉ. राजीव मिश्रा का कहना है कि मौसम बदलते वक्त बीमारियों का असर अधिक होता है। अक्तूबर में गर्मी का असर कम होने लगता है तो गर्मी से होने वाली बीमारियां भी नियंत्रित होने लगती है। लेकिन, इस बार जैसा मौसम है, उससे सर्दी-बुखार के अलावा सिर दर्द, पेट दर्द, अपच जैसी दिक्कत आएगी। ऐसे मौसम में खाद्य पदार्थ जल्दी खराब होते हैं, इसलिए ताजा व स्वच्छ भोजन ही करें।