Gorakhpur News: गोरखपुर बाल संप्रेक्षण गृह से 25 मोबाइल फोन बरामद, सुपरवाइजर पर हो सकती है कार्रवाई
गोरखपुर शहर के बाल संप्रेक्षण गृह में शुक्रवार को जांच के दौरान 25 मोबाइल फोन और चार्जर मिले। कइयों ने मोबाइल फोन को दीवार में लगे बोर्ड में छिपाने की कोशिश भी की। जिला जज तेज प्रताप तिवारी ने डीएम को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है।
जिला जज तेज प्रताप तिवारी शुक्रवार को एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई के साथ बाल संप्रेक्षण गृह पहुंचे थे। इस दौरान एक कमरे में कुछ बाल अपचारी थे, उनसे मिल रही सुविधाओं के बारे में जिला जज जानकारी ले रहे थे। तभी एक बाल अपचारी ने एसपी सिटी को मोबाइल फोन की जानकारी दी।
एसपी सिटी ने जिला जज को इसकी जानकारी दी। इसके बाद एक-एक कमरे की जांच की गई। मोबाइल फोन अलमारी में दीवार को तोड़कर छिपाए गए थे। वहीं, कई मोबाइल फोन को बिजली बोर्ड के अंदर रखकर स्क्रू से बंद कर दिया गया था।
नाबालिगों को सुधरने के लिए भेजा जाता है संप्रेक्षण गृह
आपराधिक मामले में पकड़े गए नाबालिगों (18 वर्ष से कम उम्र) को बाल सुधार गृह भेजा जाता है। इसका उद्देश्य यह होता है कि बच्चों को सुधारा जाए, ताकि बाहर जाकर वे फिर अपराध न करें। एक सभ्य नागरिक की जिंदगी जी सकें। परंतु बाल संप्रेक्षण गृह में जिस तरह से बाल अपचारी मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे थे, इससे क्या वे सुधर पाएंगे? यह बड़ा सवाल है।
आठ महीने पहले भी मिले थे मोबाइल फोन
बाल संप्रेक्षण गृह में मोबाइल फोन मिलना नई बात नहीं है। इससे पहले 24 मार्च 2023 को जिला जज के साथ गए एसपी सिटी ने मोबाइल फोन बरामद किया था। तब 22 मोबाइल फोन मिले थे। इसके बाद भी सुधार नहीं आने पर जिला जज ने मामले को गंभीरता से लिया है।