गाजियाबाद : जीत हार की डगर, तय करेगा विजयनगर ! पहली बार अधिकारी कलेक्ट्रेट में बैठकर इंटरनेट मीडिया से मतदाताओं को बूथों तक जाने के लिए कर रहे हैं प्रेरित
गाजियाबाद। प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव में सरकारी मशीनरी के साथ ही सत्तारूढ़ दल के नेताओं की धड़कनें तेज हो चली है। दर असल मौसम में बदलाव की वजह से मतदान बहुत ही धीमी गति से हो रहा है। ऐसे में प्रत्याशियों के साथ ही दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा भी दाव पर लगी हुई है। पहली बार मतदान के दिन जिला प्रशासन के अधिकारी कलेक्ट्रेट में बैठकर इंटरनेट मीडिया के माध्यम से मतदाताओं को घर से बाहर निकाल कर बूथों तक जाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। ऐसा पहली बार हो रहा है।
चौंकाने वाली बात यह है कि गाजियाबाद में चार बार चुनाव की तैयारी का जायजा लेने एवं प्रचार करने खुद मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी आए लेकिन फिर भी अभी तक 10% लोगों ने ही मतदान किया है । इससे साफ पता चलता है कि मतदान का प्रतिशत घटना तय हैं। लोग उपचुनाव में रुचि नहीं ले रहे हैं। यही वजह है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को विजयनगर में रोड शो करना पड़ा। रोड शो के बाद भी विजयनगर के बूथों पर सुबह 10:00 बजे तक बहुत कम मतदान हो रहा है । इसी कड़ी में केला भट्टा स्थित बूथों पर सुबह से ही लंबी लाइन लगी हुई है। शहर के पाश इलाकों के बूथ भी खाली पड़े हैं। 315 मतदाताओं वाले सेठ मुकंदलाल इंटर कॉलेज में बनाए गए बूथ पर सुबह 10:00 बजे तक मात्र 25 लोगों ने ही वोट डालें। यह स्थिति बेहद चौंकाने वाली है। सभी दलों के प्रत्याशी अपने-अपने बूथ प्रभारी को फोन करके मतदाताओं को घर से बूथ तक लाने का पूरा जोर लगा रहे हैं। 4:50 लाख मतदाताओं में से दो लाख से अधिक मतदाता विजयनगर क्षेत्र में है। यहां नगर निगम के 14 वार्ड पड़ते हैं । इस क्षेत्र में दलित मतदाताओं के अलावा मुस्लिम मतदाताओं की संख्या अच्छी खासी है। इसके अलावा अति पिछड़ा वर्ग के लोग भी खूब हैं।