सीट बंटवारे के बाद भी सपा-कांग्रेस में इस लोकसभा सीट को लेकर रार; कांग्रेसियों के दबाव में झुकेंगे अखिलेश

Update: 2024-02-24 05:54 GMT

कांग्रेस और सपा गठबंधन के बीच सीटों का बंटवारा हो चुका है लेकिन कांग्रेस के नेताओं को भरोसा है कि आचार संहिता घोषित होने के बाद मुरादाबाद सहित तीन सीटें पार्टी को मिल सकती हैं। दूसरी ओर से सपा मुरादाबाद की सीट छोड़ने को तैयार नहीं हैं।

कांग्रेस नेता मुरादाबाद लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने के लिए काफी समय से तैयारी कर रहे थे लेकिन यहां वर्तमान समय में सपा से डॉ. एसटी हसन सांसद हैं। 2009 में इस सीट से कांग्रेस नेता एवं पूर्व टेस्ट क्रिकेटर मोहम्मद अजहरूद्दीन चुनाव जीते थे।

2014 में इस सीट को भाजपा के कुंवर सर्वेश सिंह ने जीत हासिल की थी। इसी आधार पर कांग्रेस मुरादाबाद सीट पर अपना दावा कर रही थी लेकिन सीट बंटवारे में सपा ने मुरादाबाद सीट को अपने पाले में कर लिया।

कांग्रेस ने मुरादाबाद सीट के लिए दबाव बनाया था लेकिन तत्काल कोई जुगत काम नहीं आई। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस नेताओं के बीच काफी चर्चा चल रही थी। कोहिनूर तिराहे पर शुक्रवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव प्रदीप नरवाल ने कार्यकर्ताओं को भरोसा दिया। अभी सपा नेताओं से बातचीत चल रही है। 

 संभावना है कि सपा इस सीट पर कांग्रेस को लड़ने का अवसर दे। उन्होंने कार्यकर्ताओं को भरोसा दिया कि कांग्रेस को तीन सीट और मिलने की उम्मीद है। अभी चुनाव आचार संहिता लागू होने पर कई चीजें बदल सकती हैं। अभी राहुल गांधी और अखिलेश यादव के बीच चर्चा भी होगी। 

कांग्रेस को मंडल में सिर्फ अमरोहा लोकसभा सीट मिली है। हालांकि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सर्किट हाउस में पत्रकारों के सामने संकेत दे दिया था कि मुरादाबाद जहां था वहीं रहेगा। 

आठ साल पहले बिना अनुमति के राहुल गांधी ने किया था रोड शो, कांग्रेस नेताओं पर दर्ज हुआ था केस

आठ साल पहले पुलिस प्रशासन की बिना अनुमति के कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने शहर के बीचों बीच रोड शो किया था। दोनों साइडों में बहुमंजिला इमारतें और झूलते तार होने के कारण शहर के बीच रोड शो की अनुमति नहीं दी गई थी। बावजूद इसके कांग्रेस ने रोड शो रद्द नहीं किया था। तब मुगलपुरा थाने में उस वक्त के कांग्रेस जिला अध्यक्ष समेत कई नामजद और 100 से ज्यादा अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।

कांग्रेस नेता और पदाधिकारियों ने पुलिस प्रशासन से तीन अक्तूबर 2016 में राहुल गांधी के रोड शो की अनुमति मांगी थी। जिसमें बताया गया था कि राहुल गांधी मूंढापांडे हवाई अड्डे पर आएंगे। यहां से सड़क द्वारा दलपतपुर जीरो प्वाइंट होते हुए काशीपुर तिराहे पर पहुंचेंगे। इसके बाद ताजपुर होते हुए जामा मस्जिद तिराहे पर होते हुए जीआईसी चौराहा, मंडी चौक, चौमुखा पुल होते हुए कोतवाली रोड, बाजार गंज होते हुए गुरहट्ठी चौराहे से आंबेडकर पार्क जाएंगे। इसके अलावा राहुल गांधी की सुरक्षा में लगे एसपीजी अफसरों ने रूट का निरीक्षण किया था।

दोनों साइडों में बहुमंजिला इमारतें और झूलते तार देखकर रूट को सुरक्षित नहीं माना था। इसके अलावा एसपीजी ने पुलिस से रिपोर्ट मांगी थी। पुलिस ने भी अपनी रिपोर्ट में इस रूट को राहुल गांधी के लिए असुरक्षित बताया था। इसके अलावा इस रूट से अनुमति देने से इन्कार कर दिया था। रेलवे स्टेशन रोड से रोड शो पर विचार करने के लिए कहा गया था। लेकिन बावजूद इसके कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी का रोड शो इसी मार्ग से निकलवा दिया था। रोड शो समाप्त होने के बाद मुगलपुरा थाना में तत्कालीन थाना प्रभारी अनिल कुमार ने उस वक्त के कांग्रेस जिला अध्यक्ष डॉ. एपी सिंह, अनुभव मेहरोत्रा, चौधरी आफताब, अजय सारस्वत, मोहम्मद अब्बास फहीम और 100 के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।

प्रियंका ने कहा था, पति के साथ आऊंगी

पार्टी के लोगों का कहना है कि पिछले विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी ने कहा था कि अगले चुनाव में वह अपने पति राबर्ट वाड्रा को साथ लेकर आएंगी। राबर्ट वाड्रा मुरादाबाद के मूल निवासी हैं। देखना होगा कि न्याय यात्रा में अब प्रियंका गांधी अकेले आती हैं या पति के साथ आती हैं।

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