आज 'काला दिवस' मनाएगी भाजपा, यूपी में कई जगह सभाएं, सीएम योगी नोएडा में करेंगे सबोधित
इमरजेंसी ब्लैक डे ....लखनऊ। पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा 1975 में आपातकाल लगाए जाने के 48 साल पूरे होने पर भारतीय जनता पार्टी रविवार को पूरे उत्तर प्रदेश में 'काला दिवस' मनाएगी। अभियान के तहत, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गौतमबुद्ध नगर में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करेंगे।
अभियान के तहत ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी केंद्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी के साथ खेरागढ़ और आगरा में सार्वजनिक सभाओं को संबोधित करेंगे। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य कैराना, मेरठ और गाजियाबाद संसदीय क्षेत्र में जनसभाओं को संबोधित करेंगे। आपातकाल 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 को वापस लिये जाने तक प्रभावी रहा।
सीएम करेंगे 1718 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास
आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करीब आठ घंटे नोएडा-ग्रेटर नोएडा में रहेंगे। इस दौरान नोएडा में कई परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। साथ ही जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके अलावा ग्रेटर नोएडा में समीक्षा बैठक के अलावा फैक्टरी का भी लोकार्पण करेंगे।
रविवार सुबह 10:25 बजे नोएडा शिल्पहाट के पास उनका हेलीकॉप्टर उतरेगा। फिर सड़क मार्ग से सेक्टर-21ए के रामलीला मैदान पहुंचेंगे। यहां नोएडा-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के 1718 करोड़ की 124 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करेंगे।
चार पिंक पुलिस बूथ का लोकार्पण
महिला सुरक्षा को बेहतर बनाने व महिला अपराध पर लगाम लगाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को कमिश्नरेट गौतमबुद्घ नगर के चार पिंक पुलिस बूथ का लोकार्पण करेंगे। यह पिंक बूथ सेफ सिटी परियोजना के तहत सेक्टर-135, परी चौक, बॉटेनिकल गार्डन व चेरी काउंटी में बनाए गए हैं। लोकार्पण के बाद यहां पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा।
गौतमबुद्घ नगर में 64 स्थानों पर पिंक बूथ बनाए जाने की तैयारी है। इन पिंक बूथ में महिलाएं किसी तरह की समस्याओं की शिकायत कर सकती हैं और वहां मौजूद पुलिसकर्मी इन समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई कर उन्हें सुरक्षित माहौल देंगे। पिंक बूथ में केवल महिला कर्मचारी की तैनाती होगी। यहां महिलाओं के लिए रेस्ट रूम, वॉशरूम, शिकायत कक्ष, किचन से लेकर प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था होगी। इसकी मॉनिटरिंग पुलिस के उच्च अधिकारी करेंगे।