गर्मी के साथ बढ़ती है बिजली की मांग, प्रशासन भी है तैयार
देश में जब से योगी सरकार (Yogi Govt ) आई है। तभी से हर घर बिजली और 24 घंटे बिजली का संकल्प लेकर चल रही है। इसी को देखते हुए गर्मी के इस मौसम में किसी को बिजली (electricity) की कमी ना हो इसलिए कॉरपोरेशन खास इंतेजाम करने में लगी है।
उत्तर प्रदेश में गर्मी के पारा जैसे - जैसे बढ़ रहा है वैसे-वैसे बिजली (electricity) की मांग भी बढ़ती जा रह है। पिछले दो दिनों में 1367 मेगावाट की मांग बड़ी है। ऐसे में पावर कारपोरेशन को हर दिन मिल रही 3000 मेगावाट बिजली राहत दे रही है। कार्पोरेशन प्रबंधन की इस रणनीति ने महंगी बिजली (electricity) खरीदने से बचा लिया है।
दरअसल कॉरपोरेशन बैंकिंग प्रणाली के तहत हर रोज 3000 मेगावाट बिजली लेता है। प्रदेश में 1 जून को बिजली की अधिकतम मांग 23833 मेगावाट जो 4 जून आते-आते 25200 तक पहुंच गई। बढ़ते पारे को देखते हुए आने वाले समय में बिजली (electricity) की मांग दिन-ब-दिन बढ़ सकती है। इसलिए प्रबंधन भी अपने स्तर पर समाधान निकालने में लगी हुई है।
देश में जब से योगी सरकार (Yogi Govt ) आई है। तभी से हर घर बिजली और 24 घंटे बिजली का संकल्प लेकर चल रही है। इसी को देखते हुए गर्मी के इस मौसम में किसी को बिजली (electricity) की कमी ना हो इसलिए कॉरपोरेशन खास इंतेजाम करने में लगी है। उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा का कहना है कि कार्पोरेशन प्रबंधन से मांग की गई है कि लोकल फाल्ट वह भी काम करने में तत्परता दिखाई जाए ताकि बढ़ती गर्मी में बढ़ती बिजली की मांग को 18000 मेगावाट तक ले जाया जा सके।
जिससे जनता को समस्या से निजात मिले इसके लिए विभाग हमेशा अलर्ट मोड पर रहता है। अब कार्पोरेशन प्रबंधन का जोर लोकल फॉल्ट दुरुस्त करने में है। शहरी क्षेत्र में बढ़ते ब्रेकडाउन को रोकने के लिए बिजली कंपनियों को ट्रांसफार्मर ट्रॉली एबीसी केबल आईटी लीड फ्यूज वायर की उपलब्धता रखने का आदेश जारी किया जा चुका है।