10 लाख की आबादी के लिए कूड़ा निस्तारण की दिशा में डीपीआर तैयार
गाजियाबाद। खोड़ा की 10 लाख की आबादी की कूड़े की समस्या को दूर करने के लिए निडोरी गांव में बने दो कूड़ा निस्तारण प्लांटों के संचालन की कवायद शुरू कर दी गई है। अधिशासी अधिकारी ने दोनों प्लांटों के संचालन के लिए डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह डीपीआर शासन को भेजी जाएगी। प्लांटों की मशीनें खरीद ली गई हैं।
खोड़ा का कूड़ा निस्तारण करने के लिए रजापुर ब्लॉक के निडोरी गांव में गीला और सूखा कूड़ा निस्तारण के दो प्लांट बनाए गए थे। एक वर्ष पहले इन दोनों प्लांटों को निर्माण एजेंसी ने नगर पालिका परिषद को हैंडओवर कर दिया था, और उनकी मशीनें भी खरीद ली गई थीं। हालांकि, अभी तक मशीनों से कूड़ा निस्तारण शुरू नहीं हुआ है। मशीनों के चालू न होने के कारण बहुत कम मात्रा में प्रतिदिन मैनुअली कूड़ा निस्तारण किया जा रहा है। प्लांटों में मशीनें बंद पड़ी हैं। इन्हें निजी कंपनी से संचालित कराया जाएगा। अधिशासी अधिकारी अभिषेक कुमार ने बताया कि दोनों प्लांटों के संचालन के लिए डीपीआर तैयार की जा रही है, जिसके बाद मशीनों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
कुछ दिन पहले हुआ था प्रदर्शन
खोड़ा नगर पालिका परिषद पर एनआईबी पुलिस चौकी के पास खाली भूमि पर अवैध रूप से कूड़ा फेंकने का आरोप लगाते हुए कुछ लोगों ने एक सप्ताह पहले प्रदर्शन किया था। प्रदर्शनकारियों ने खोड़ा में एनएच-9 की सर्विस लेन को जाम कर दिया था। उनका आरोप था कि पालिका द्वारा कूड़ा आबादी के पास डाला जा रहा है, जिससे बीमारी फैलने का खतरा बढ़ सकता है।
मुख्य बिंदु:
34 गाड़ियों से उठाया जाता है डोर-टू-डोर कूड़ा।
10 लाख की आबादी को मिलेगा फायदा।
2 कूड़ा निस्तारण प्लांटों का संचालन शुरू किया जाएगा।
कूड़ा निस्तारण प्लांटों में वर्तमान में मैनुअली कूड़े का निस्तारण किया जा रहा है। इसकी मशीनों के संचालन के लिए डीपीआर बनाई जा रही है। इसके बाद दोनों प्लांटों में मशीनों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। अधिशासी अधिकारी अभिषेक कुमार