डीएम का आदेश भी दरकिनार, महिला अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती किया बच्चा, फिर रेफर |
आग की घटना के बाद डीएम ने आदेश दिया था कि जब तक जांच पूरी न हो, तब तक कोई बच्चा भर्ती न करें। स्वास्थ्य विभाग ने डीएम के आदेश को दरकिनार कर शुक्रवार को एक बच्चा एसएनसीयू में भर्ती कर लिया। हालांकि बाद में उसे रेफर कर दिया गया।
बरेली के महिला अस्पताल के एसएनसीयू (स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट) में शॉर्ट सर्किट की घटना के बाद डीएम ने निरीक्षण किया था। वहां बच्चे भर्ती मिलने पर उन्होंने नाराजगी जताई थी। कहा था कि जब तक जांच पूरी न हो, तब तक कोई बच्चा भर्ती न करें। स्वास्थ्य विभाग ने डीएम के आदेश को दरकिनार कर शुक्रवार को एक बच्चा एसएनसीयू में भर्ती कर लिया, बाद में उसे रेफर कर दिया गया।
शुक्रवार को एमसीएच विंग के एसएनसीयू में बाहर रखे रेडियंट बेबी वार्मर पर एक बच्चे को भर्ती कर दिया गया। जबकि, उस वार्ड में इस समय सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं। भर्ती बच्चे का फोटो किसी ने सोशल मीडिया पर साझा कर दिया, वह वायरल हो गया। ऐसे में बच्चे को बदायूं मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। अब स्वास्थ्य विभाग के अफसर एक बार फिर अपनी लापरवाही पर पर्दा डालने में जुटे हैं।
सीएमएस डॉ त्रिभुवन प्रसाद ने प्रकरण की जानकारी से इनकार कर दिया। संभावना जताई कि अस्पताल में ही डिलीवरी हुई होगी। ब्रेस्ट फीडिंग के बाद उसे स्टॉफ ने थोड़ी देर रखा होगा। पूरे प्रकरण की जानकारी अभी नहीं है। शनिवार को जानकारी के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। सभी उपकरण ठीक हैं। एहतियातन बच्चों को रेफर किया जा रहा है। बता दें कि एसएनसीयू में मंगलवार को शॉर्ट सर्किट से आग लग गई थी। घटना के बाद वार्ड में भर्ती बच्चों को आननफानन रेफर कर दिया गया था। इनमें से एक बच्चे की मौत हो गई थी।
रेफर किए गए बच्चे फिलहाल स्वस्थ
सीएमएस डॉ. त्रिभुवन प्रसाद के मुताबिक बुधवार को एसएनसीयू में भर्ती पांच बच्चों को बदायूं मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था। इनमें से दो स्वस्थ हो गए हैं। तीन अभी भर्ती हैं। वहीं, सैफई मेडिकल कॉलेज में भर्ती तीन बच्चों में एक डिस्चार्ज हो गया है, दो भर्ती हैं। इधर, एसएनसीयू में भर्ती न करने की सूचना के बाद सीएचसी, यूपीएचसी से भी कोई नवजात अभी हायर सेंटर रेफर नहीं हो रहा।