प्यार में धोखा खाकर सीखचों के पीछे पहुंचे बंदियों को चिन्हित कर रहा है डासना जेल प्रशासन, जानें और किन बंदियों पर है खास नजर

Update: 2024-08-02 07:27 GMT

सोनू सिंह

गाजियाबाद। डासना जेल में बढ़ती आत्महत्या की घटनाओं की रोकथाम और समाज में जेल को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार की गई है। प्यार में धोखा खाए, पारिवारिक विवाद में जेल पहुंचे और मनोरोगी बंदियों पर विशेष नजर रखने को कहा गया है। ऐसे सभी बंदियों को चिन्हित कराकर विभिन्न तरीकों से काउंसलिंग कराई जाएगी। साथ ही जेल की छवि को बदलने के लिए स्कूली बच्चों को जेल का भ्रमण कराया जाएगा, ताकि वह घरों में जाकर जेल की हकीकत बयां कर सकें।

जेल अधीक्षक ने बताया कि जेल में तमाम बंदी ऐसे हैं जो पारिवारिक विवाद में अपराध कारित करने के चलते जेल में हैं। कुछ ऐसे भी हैं जो प्यार में धोखा मिलने पर दुष्कर्म और छेड़छाड़ जैसे अपराध की श्रेणी में जेल में आए हैं। ऐसे अपराधियों द्वारा आत्मग्लानि में खुद को चोट पहुंचाने की अधिक संभावना रहती है। साथ ही मानसिक रोग से पीड़ित बंदी और नशे के आदी बंदी जेल में नशा न मिलने पर आत्महत्या जैसी घटनाओं का शिकार होते हैं। इन सभी को चिन्हित कराया जा रहा है।

बंदी रक्षकों और अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वह जेल के विधिक कार्यों में प्रयोग की जाने वाली नुकीली वस्तुएं, रस्सी, सरिया, सीढ़ी, लोहे की रॉड, ज्वलनशील पदार्थ और जहरीले रसायन ऐसे बंदियों से दूर रखें। साथ ही ऐसे बंदियों को एकांत स्थानों पर न जाने दें। चौपाल के माध्यम से भी बंदियों के मन की बात जानने के प्रयास पर जोर दिया गया है। चौपाल के सरपंचों, प्रभारी और उप सरपंचों से भी ऐसे बंदियों की काउंसलिंग करने को कहा गया है।

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