सावन के पहले सोमवार को श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, कई राज्यों से आए भक्त
नेहा सिंह तोमर
गाजियाबाद। सावन मास सोमवार से शुरू हो गया है। ऐतिहासिक श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में सावन के पहले सोमवार को आस्था और भक्ति का सैलाब उमड़ा। भगवान दूधेश्वर की पूजा-अर्चना करने व उनका जलाभिषेक करने के लिए देश भर से हजारों श्रद्धालु मंदिर पहुंचे। मंदिर में जलाभिषेक का सिलसिला रात 12 बजे से शुरू हुआ लेकिन इससे पहले ही मंदिर में भक्तों की कतारें लग गईं।
सबसे पहले श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर के महंत नारायण गिरि महाराज ने भगवान दूधेश्वर की पूजा-अर्चना की और उनका जलाभिषेक किया। इसके बाद जैसे ही मंदिर के कपाट खोले गए तो मंदिर परिसर व आसपास का क्षेत्र भगवान के जयकारों से गूंज उठा। सावन के पहले सोमवार को मंदिर में ऐसी भीड़ उमड़ी कि भक्तों की कतार फ्लाईओवर से भी आगे तक पहुंच गई। भगवान दूधेश्वर के दर्शन व जलाभिषेक के लिए भक्तों को कतारों में घंटों लगना पड़ा। उत्तर प्रदेश, दिल्ली ही नहीं हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान, गुजरात, पंजाब आदि राज्यों के भक्त में मंदिर में पूजा-अर्चना करने के लिए आए। बड़ी संख्या में वीआईपी भी पूजा-अर्चना के लिए आए। मंदिर के अंदर की व्यवस्था पुलिस प्रशासन व बाहर की व्यवस्था मंदिर के स्वयंसेवकों ने संभाल रखी है। महाराजश्री के मार्गदर्शन व निर्देशानुसार मंदिर के स्वयंसेवक सेवादार भक्तों की सेवा कर रहे हैं। पूजा-अर्चना कर सभी ने महाराजश्री से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया।
इस अवसर पर श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज ने कहा कि सावन के पावन महीने की शुरुआत सोमवार से हुई, जिससे सावन मास का महत्व और भी बढ़ गया है। इस माह में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा का विशेष महत्व होता है। ऐसा माना जाता है कि सावन में भगवान शिव और मां पार्वती धरती पर आते हैं और भक्तों की भक्ति से प्रसन्न होकर उन पर अपनी कृपा बरसाते हैं। सावन में सोमवार व्रत का भी खास महत्व होता है। सावन सोमवार के दिन उपवास रखने और महादेव की आराधना करने से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है। सावन सोमवार का व्रत करने से महादेव व मां पार्वती दोनों की कृपा प्राप्त होती है। जो कुंवारी लड़कियां सावन सोमवार का व्रत रखती हैं, उन्हें मनचाहे जीवन साथी की प्राप्ति होती है। सावन में महादेव के साथ मां पार्वती की विधिविधान के साथ पूजा करने से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि व खुशहाली आती है।