जीडीए की बेरुखी से परेशान निगम पार्षद, शिकायत के बाद भी नहीं निकल रहा है हल
सोनू सिंह
गाजियाबाद। गाजियाबाद इंदिरापुरम के हस्तांतरण का मामला मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद भी अधर में लटका हुआ है। कई वर्षों से यह मामला अटका हुआ है। दरअसल इंदिरापुरम के वार्ड 87 को निगम को सौंप जाना है। यह प्रक्रिया अभी भी अधर में लटकी हुई है जबकि जीडीए नगर निगम पार्षद की भी नहीं सुन रहा है। इंदिरापुरम वार्ड 87 से पार्षद अनुज त्यागी ने स्थानीय लोगों की समस्याओं को देखते हुए कई बार जीडीए से शिकायत की है लेकिन स्थानीय लोगों की परेशानी का हल नहीं निकल रहा है।
बरसात से पहले इंदिरापुरम वार्ड में अभी तक कोई भी नाली की सफाई नहीं हुई है। मकनपुर गेट से लेकर ज्ञान खंड 3 शिप्रा रिवर के चारों तरफ का नाला ओवरफ्लो है। सरकारी स्कूल के सामने का भी यही हाल है। सड़क पर चारों तरफ पानी-पानी हो रहा है। सीवर की सफाई नहीं हुई है। यहां बने सीवर की लगभग पिछले 1 साल से सफाई नहीं हुई है। उसकी सफाई की बहुत ज्यादा जरूरत है।
बता दें कि बीते एक वर्ष के दौरान वार्ड 87 में अतिक्रमण हटाने का अभियान नही चलाया गया है। अतिक्रमण हटाने के लिए पूर्व वी सी को शिकायत दी गई थी लेकिन इस शिकायत पर किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हुई है। श्री राम चौक से आगे शुक्र बाजार तक लोगों ने दुकान से आगे 15 फीट तक सड़क पर लेंटर डालकर अतिक्रमण किया हुआ है। इससे बारिश का पानी सड़क पर ही रहता है और नालों में नहीं जाता। नतीजा यह रहता है कि सड़क पर बरसात का पानी जमा हो जाता है। यदि अतिक्रमण न हटाया गया और नालों की सफाई पर काम नहीं हुआ तो यहां बाढ़ की स्थिति पैदा हो जाएगी।