CM Yogi In Ballia Live: बलिया में बोले सीएम योगी, '1942 में आजादी का एहसास भी देश को बलिया की माटी ने कराया'

Update: 2023-11-03 11:09 GMT

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के बलिया में पहुंचे। सीएम ने बासडीह के पिंडहरा में आयोजित नारी शक्ति वंदन सम्मेलन के दौरान जनपद वासियों को 128.67 करोड रुपए लागत की परियोजनाओं का उपहार दिया। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि बलिया की धरती क्रांति है, चुनौती से अपना रास्ता बनाती है। गुलामी के दौर में आजादी की चिंगारी काे सुलगाने का कार्य मंगल पांडे ने किया और देखते देखते पूरे देश में क्रांति की लहर दौड़ गई। इतना ही नहीं सन् 1942 में आजादी का एहसास भी देश को बलिया की माटी ने कराया था। इतना ही नहीं जब लोकतंत्र खतरे में था तब जयप्रकाश नारायण ने नागरिकों के मौलिक अधिकार की सुरक्षा के लिए संघर्ष किया। जिसमें जिले के सपूत और देश के पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर ने उनका साथ दिया था।

शुक्रवार को मुख्यमंत्री बांसडीह के पिंडहरा में आयोजित नारी शक्ति वंदन सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। अपने 35 मिनट के संबोधन में सीएम ने राजनीतिक दल पर टिप्पणी करने से गुरेज किया, लेकिन अपनी सरकार की उपलब्धियों का खूब बखान किया। कहा कि कांग्रेस नहीं चाहती थी कि महिला आरक्षण कानून मूर्त रुप ले। इसीलिए उसे लंबे समय से लटकाए रखा था। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृढ़ इच्छा शक्ति के आगे किसी की एक नहीं चली और मजबूरन सबकों इसका समर्थन करना पड़ा। सीएम ने कहा कि आरक्षण से महिलाओं का तेजी से विकास होगा। कहा कि दीपावली पर उज्जवला योजना के कनेक्शनधारियों को मुफ्त सिलेंडर दिया जाएगा। साथ ही बलिया के विकास के लिए गंगा और सरयू नदी में जेटी का का निर्माण कराया जाएगा। ताकि बलिया से अयोध्या सीधे जुड़ सकें। जल मार्ग का विकास होने से जिले में रोजगार सृजन होगा। कहा कि सरकार ने आयुष्मान योजना की धनराशि में बढ़ोत्तरी की है। साथ ही बेटियों को शादी के लिए 51 हजार रुपये दे रही है। बेटियों की सुरक्षा के लिए नए कायदे-कानून बनाए गए है। ताकि हमारी बेटियां बेखैफ होकर विकास में सहभागी बनें।कहा कि जिले के विकास में धन की कमी आड़े नहीं आएगी। जिले को शीघ्र ही मेडिकल कॉलेज का तोहफा मिलेगा। इसके अलावा विश्वविद्यालय में नए भवनों का निर्माण कराया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बलिया श्रीअन्न और सब्जी की प्राकृतिक खेती हो रही है। इसे देश और विदेशों के बाजारों में पहुंचाने के लिए सरकार काम कर रही है। महिलाओं के विकास के लिए गांव स्तर पर स्वयं सहायता समूहों की सक्रियता सराहनीय है।  

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